IOA President Regine: भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा (IOA Chief Narinder Batra) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बत्रा काफी लंबे समय से भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष रहे. बुधवार को नरिंदर बत्रा ने इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा, ऐसे समय में जब हॉकी एक जरूरी विकास के दौर से गुजर रही है. उन्होंने कहा अब मैं एक और कार्यकाल इस पद के लिए नहीं चाहूंगा. एफआईएच हॉकी नेशंस कप और प्रशंसकों को अपनी ओर आकर्षित करने वाली गतिविधियों की शुरुआत के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष कीमेरी भूमिका को इन सभी गतिविधियों के लिए और समय चाहिए. इसलिए मैंने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अध्यक्ष के रूप में आगे के कार्यकाल के लिए नहीं बढ़ाने का फैसला किया है.


बत्रा ने आगे बताया कि वो चाहते हैं कि उनके उत्तराधिकारी और आगे बढ़ें और भारत को 2036 ओलंपिक की मेजबानी का अधिकार दिलाएं. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि समय आ गया है कि मैं इस भूमिका को किसी ऐसे व्यक्ति पर छोड़ दूं जो नए दिमाग और नए विचारों के साथ भारतीय खेलों को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाए और साथ ही भारत में 2036 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाए. उन्होंने आगे कहा, मुझे अपने आईओए के अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान मेरा एक ही लक्ष्य रहा, वो भारतीय खेल की भलाई और उसकी बेहतरी. उन्होंने आगे कहा, मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने पिछले 4 सालों से मेरा जमकर समर्थन किया है और मैं अपने उत्तराधिकारी और पूरे भारत के खेल परिवार को भविष्य में हर सफलता की कामना करता हूं.


 






हॉकी इंडिया फंड से 35 लाख के गबन का आरोप
पिछले महीने बत्रा के ऊपर हॉकी इंडिया फंड (Hockey India Fund) से संबंधित 35 लाख रुपए के निजी उपयोग का आरोप लगाया गया था जिसमें बत्रा के खिलाफ सीबीआई (CBI) जांच शुरू कर दी गई थी. सीबीआई को बत्रा के खिलाफ शिकायत मिली थी जिसमें उन्होंने हॉकी इंडिया के 35 लाख रुपयों को अपने निजी लाभ के लिए इस्तेमाल करने की बात कही गई थी. सीबीआई ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है. अभी हाल के दिनों में नरिंदर बत्रा और हॉकी इंडिया के बीच मतभेद सामने आए थे जब उन्होंने खेल महासंघ को कड़ा पत्र लिखकर टूर्नामेंटों में भारतीय हॉकी टीम के प्रदर्शन पर सवाल उठाए थे. 


असलम शेर खान ने उठाए थे बत्रा पर सवाल
इसके बाद ओलंपियन और 1975 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य असलम शेर खान ने हॉकी इंडिया के मामलों में बत्रा की रुचि पर सवाल उठाए थे. असलम ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के प्रमुख बत्रा का हॉकी इंडिया के संचालन में हस्तक्षेप स्पष्ट रूप से ‘हितों के टकराव’ का मामला है.  बत्रा को ‘आजीवन सदस्य’ बनाए जाने सहित हॉकी इंडिया में कुछ अनियमित नियुक्तियों को दिल्ली उच्च न्यायालय को चुनौती देने वाले असलम ने कहा था, ''निश्चित तौर पर यह बत्रा द्वारा हितों के टकराव का मामला है. वह एफआईएच अध्यक्ष हैं और उस पद पर रहते हुए वह राष्ट्रीय महासंघ के मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकते.''  नरेंद्र बत्रा साल 2017  में पहली बार आईओए के अध्यक्ष चुने गए थे उसके बाद साल 2021 में वो दूसरी बार भी आईओए के अध्यक्ष चुने गए.


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