Operation Ajay In Detail: इजरायल पर फलस्तीन के चरमपंथी संगठन "हमास" के हमले के बाद जारी भीषण जंग का आज गुरुवार (12 अक्टूबर) छठा दिन है. दोनों तरफ से हमले अभी भी नहीं रुके हैं. इजरायल में कमोबेश 1200 और हमास के लड़ाकों समेत फलस्तीन के करीब 1500 लोगों के मारे जाने के दावे किए जा रहे हैं. भले ही इजरायली सेना गाजा पट्टी में घुसकर हमास के ठिकानों को नेस्तनाबुद कर रही है लेकिन हमास की ओर से भी इजरायल के ठिकानों पर रॉकेट फायरिंग भी लगातार हो रही है.
इस बीच इजरायल में रहने वाले भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने "ऑपरेशन अजेय" (Operation Ajay) की घोषणा की है. इसके तहत इजरायल में रहने वाले भारतीय नागरिकों को स्वदेश लौटने में मदद की जाएगी.
10 बिंदुओं में हम आपको बताते हैं कि ऑपरेशन अजेय है क्या और इसकी क्या अहमियत है.
- ऑपरेशन अजेय निकासी ऑपरेशन नहीं है. यह इजरायल से अपने नागरिकों को वापस लाने का एक अभियान है.
- विशेष चार्टर्ड उड़ान से भारतीयों को वापस लाया जाएगा. जरूरत पड़ने पर भारतीय नौसेना के जहाजों को भी तैनात किया जाएगा.
- इजरायल में छात्रों, पेशेवरों और व्यापारियों सहित लगभग 18,000 भारतीय हैं. इनमें से जो लोग वापस लौटना चाहेंगे, केवल उन्हीं को इस ऑपरेशन के तहत स्वदेश लाया जाएग.
- पहले जत्थे को लेकर इजरायल से पहली उड़ान गुरुवार को है क्योंकि तेल अवीव में भारतीय दूतावास में वहां रहने वाले नागरिकों ने ईमेल के जरिए पहले ही पंजीकरण करवा लिया है. इसकी जानकारी दूतावास की ओर से भारतीय विदेश मंत्रालय को ईमेल के जरिए भेज दी गई है.
- इजरायल में भारतीय दूतावास ने जयशंकर की घोषणा के तुरंत बाद कहा कि उसने गुरुवार को विशेष उड़ान के लिए पंजीकृत भारतीय नागरिकों के पहले जत्थे को ई-मेल भेज दिया है.
- इजरायल में फंसे भारतीयों के सुविधा के लिए नई दिल्ली में एक कंट्रोल रूम खोला गया है जो 24 घंटे इजरायल और फलस्तीन में भारतीयों की स्थिति पर नजर रख रहा है. नियंत्रण कक्ष के लिए फोन नंबर 1800118797 (टोल फ्री), +91-11 23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 और +919968291988 हैं. मदद के लिए ईमेल आईडी situation@mea.gov.in है.
- तेल अवीव में भी भारतीय दूतावास की 24 घंटे की आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर +972-35226748 और +972-543278392 जारी किया गया है. इसके साथ ही लोगों की मदद के लिए cons1.telaviv@mea.gov.in ईमेल आईडी भी जारी किया गया है.
- भारत के लिए राहत वाली खबर यह है कि इस जंग में अभी तक किसी भारतीय की मौत नहीं हुई है. मुंबई में इजरायल के महावाणिज्य दूत कोबी शोशानी ने कहा कि उन्हें मौजूदा युद्ध में किसी भारतीय नागरिक के घायल होने या मारे जाने की कोई जानकारी नहीं है. जब संघर्ष शुरू हुआ तब अभिनेत्री नुसरत भरुचा हाइफा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लेने के लिए इजरायल में थीं. उन्हें सुरक्षित भारत वापस लाया गया है.
- युद्ध शुरू होने के वक्त राज्यसभा सदस्य वानवेइरॉय खारलुखी सहित मेघालय के लगभग 27 लोग बेथलहम में फंसे हुए थे. विदेश मंत्रालय ने मिस्र में उनके सुरक्षित प्रवेश की व्यवस्था की.
- ऑपरेशन अजेय के तहत भारत सरकार इजरायल में भारतीय दूतावास की मदद से उन तमाम लोगों की सूची बनाकर वापसी सुनिश्चित करेगी जो मौजूदा हालात से स्वदेश लौटना चाह रहे हैं. हालांकि सभी भारतीयों को वापस नहीं लाया जाएगा.
क्या कहा है विदेश मंत्री ने
आपको बता दें कि बुधवार (11 अक्टूबर) को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑपरेशन अजेय की घोषणा की थी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ ( पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया कि इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी के लिए ‘ऑपरेशन अजेय’ शुरू कर रहे हैं. विशेष चार्टर उड़ानों का प्रबंध और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. हम विदेश में मौजूद अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं.
इस बीच इजरायल की भीषण जंग में फंसे अपने परिजनों की सुरक्षित वतन वापसी को लेकर भारत में रह रहे लोग बेहद चिंतित हैं. लोगों ने विभिन्न ज़रिये से अपनी चिंता ज़ाहिर की है और विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार भी लगायी है.