नई दिल्ली: यूके में रह रहे हिंदुस्तानी मूल के 11 साल के अर्णव शर्मा ने मेंसा आई क्यू (IQ) टेस्ट में 162 अंक हासिल कर के सबको चौंका दिया है. ब्रिटिश अखबार ‘द इंडेपेंडेंट’ की खबर के अनुसार शर्मा ने उतने अंक हासिल कर लिए, जो इस परीक्षा के लिए सबसे ज्यादा हैं.


IQ टेस्ट पास करने के बाद अर्णव ने बताया कि उन्हें इसमें सफल होने की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी. अर्णव ने कहा, “मेंसा टेस्ट काफी मुश्किल होता है और इसे पास करना हर किसी के बस की बात नहीं, यही वजह है कि मुझे भी इस टेस्ट में पास होने की कोई उम्मीद नहीं थी.”


अर्णव ने बताया, “मैंने सेलवेशन सेंटर में परीक्षा दी. परीक्षा में मुझे करीब ढाई घंटे का समय लगा. वहां सात से आठ लोग थे. कुछ तो बच्चे थे लेकिन बाकि लोग बड़ी उम्र के थे. ये वैसा ही था जैसा मैंने सोचा था”


अर्णव का कहना है कि उन्होंने परीक्षा को लेकर किसी तरह की कोई तैयारी नहीं की थी. उन्होंने कहा, “मैं परीक्षा से पहले बिल्कुल भी परेशान नहीं था. परीक्षा के लिए मैंने किसी तरह की कोई तैयारी भी नहीं की थी, लेकिन मैं नर्वस नहीं था.”


रिजल्ट आने के बाद परिवार वाले कैसे चौंक गए थे इस बात का जिक्र करते हुए अर्णव ने कहा, “मेरा परिवार चौंक गया था लेकिन मेरे रिजल्ट के बारे में जानकर वो काफी काफी खुश भी थे.”


अर्णव की मां मीशा धमीजा शर्मा ने बताया कि परीक्षा के समय वो काफी दुआएं कर रही थीं. उन्होंने कहा, “मैं सोच रही थी कि क्या होने वाला है. उसे (अर्णव को) परीक्षा से पहले ये भी नहीं पता था कि इस टेस्ट का पेपर होता कैसा है. उसने परीक्षा से पहले कभी भी पेपर नहीं देखा था.”



तस्वीर: (INDEPENDENT)

अर्णव की ये कामयाबी इसलिए भी खास है क्योंकि अर्णव ने जिस मेंसा IQ टेस्ट को पास किया है, उसमें बहुत कम लोग ही सफल हो पाते हैं. खास बात ये भी है कि दुनिया के सबसे बड़े साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग का IQ लेवल भी 160 अंक ही है.


मेंसा, IQ टेस्ट करने वाले क्लबों में दुनिया का सबसे अच्छा क्लब माना जाता है. इसकी शुरूआत ऑक्सफॉर्ड में साल 1946 में साइंटिस्ट और वकील लैंसलोट लियोनल वेयर और ऑस्ट्रेलियन बैरिस्टर रोलेंड बेरिल ने की थी. बाद में ये संस्था दुनियाभर में मशहूर हुई.