Indian Railway First Train: समय दोपहर के 3 बजकर 30 मिनट, तारीख 16 अप्रैल, साल 1853...यही वो वक्त था जब भारत में पहली बार पैसेंजर ट्रेन पटरी पर दौड़ी थी.400 लोगों से भरी इस ट्रेन ने मुंबई के बोरीबंदर से सफर शुरू किया और 1 घंटे 15 मिनट में 34 किलोमीटर का सफर तय कर शाम 4 बजकर 45 मिनट पर ठाणे जाकर रुकी.


ट्रेन को चलाने के लिए ब्रिटेन से तीन भाप इंजन मंगवाए गए थे जिन्हें सुल्तान, सिंधु और साहिब नाम दिया गया. इस पैसेंजर ट्रेन को डेक्कन क्वीन के नाम से जाना गया. 


किसने भारत में ट्रेन चलाने का किया फैसला
1848 में लार्ड डलहौजी जब भारत के गवर्नर जनरल बने तो उन्होंने भारत में ट्रेन चलाने का फैसला किया. इसके लिए ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेल कंपनी को आर्डर दिया गया और 1850 में मुंबई से ठाणे के लिए रेल लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया. आखिरकार वो वक्त भी आया जब साल 1853 में पहली ट्रेन चलाई गई. 


ट्रेन को 21 तोपों की दी गई सलामी
ये मौका न सिर्फ ब्रिटिश हुकूमत बल्कि भारतीयों के लिए भी बेहद खास था. इसलिए सरकारी सतह पर इस मौके को यादगार और शानदार बनाने की पूरी तैयारी की गई. नई ट्रेन को तोपों की सलामी के साथ रवाना किए जाने का फैसला हुआ और इसी फैसले की कड़ी में ट्रेन को 21 तोपों की सलामी देकर रवाना किया गया था.


पहली ट्रेन का निर्माण ब्रिटिश इंजीनियर रिचर्ड ट्रेविथिक ने किया था, जिन्होंने ट्रेन के इंजन को चलाने के लिए भाप का इस्तेमााल किया था. 


1969 में चली पहली सुपरफास्ट ट्रेन
देश में पहली ट्रेन चलने के बाद धीरे-धीरे भारतीय रेल का नेटवर्क बढ़ता गया. तीन लाइन नैरोगेज, मीटरगेज, ब्रॉडगेज पर ट्रेनें चलने लगी. 1 मार्च 1969 को भारत की पहली सुपरफास्ट ट्रेन ब्रॉडगेज लाइन पर चलाई गई. यह ट्रेन दिल्ली से हावड़ा के बीच चलाई गई थी. 


1947 में जब भारत दो भागों में बंट गया तब रेलवे पर भी इसका असर पड़ा. इस दौरान नव निर्मित 40 फीसदी से ज्यादा नेटवर्क पाकिस्तान के पास चले गए. लेकिन भारतीय रेल के विकास का काम लगातार जारी रहा और इसी का नतीजा है कि आज भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है. 


इसी का नतीजा है कि आज भारतीय रेलवे की कुल लंबाई 167,018 किलोमीटर (103,783 मील) के करीब है. पटरियों की लंबाई की बात करें तो ये 121,369 किलोमीटर (75,435 मील) है, जबकि स्टेशनों की संख्या: 7,342 है. रोजाना लगभग 2.3 करोड़ यात्री ट्रेन में सफर करते हैं और करीब 3.2 मिलियन टन माल ढुलाई होती है. भारतीय रेलवे भारत के सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों को जोड़ता है. देश के करीब 72% से अधिक लोग रेल सेवाओं से लाभांवित होते हैं.


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