Indian Railway: कोयले की तेज ढुलाई के लिए रेलवे रोजाना चला रही है 70 ड्रैगन रेल रेक, जानिए इसके बारे में
रेलवे रोजाना 469 कोल रैक चला रहा है जिनमें 429 देशी कोयले की रैक हैं और 49 इम्पोर्टेड कोयले की रैक हैं. एक रैक में करीब 58 वैगन होते हैं. 2 हफ्तों में ऐसी 70 लॉन्ग हाल ट्रेनें रोजाना चलाई जा रही हैं.
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Indian Railway: देश में भीषण गर्मी के बीच उत्तर भारत में बिजली संकट से निपटने के लिए रेलवे अपनी भूमिका को बेहतर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा. इसके लिए रेलवे ने अब 4 ट्रेन रेक को जोड़ कर एक लॉन्ग हाल ट्रेन चलानी शुरू कर दी है. रेलवे ऐसी 70 लॉन्ग हाल ट्रेनें रोजना चला रहा है. इन रैक्स को ड्रैगन रैक्स भी कहा जाता है. इन रैक्स की वजह से रेलवे ट्रैक का अधिकतम कैपेसिटी यूटेलाईजेशन कर पाने में सक्षम होता है. इसमें 4 कोल रेक को जोड़ कर एक लॉन्ग हाल रैक बनाई जाती है.
जानिए कोल रेक का डेटा
रेलवे रोजाना कुल 469 कोल रैक चला रहा है. जिनमें 429 देशी कोयले की रैक हैं और 49 इम्पोर्टेड कोयले की रैक हैं. एक रैक में करीब 58 वैगन होते हैं. पिछले 2 हफ्तों में अब तक ऐसी 70 लॉन्ग हाल ट्रेनें रोजाना चलाई जा रही हैं. अब तक कुल 1000 ड्रैगन रैक चलाई जा चुकी हैं.
एक ड्रैगन रेक में कितना कोयला होता है ?
आज कोरबा से उत्तर भारत के अलग-अलग पावर हाउस के लिए कोयले से लदी ये ड्रैगन रेक चलाई गई है. इसमें 4 लोको इंजन लगाए गए हैं. इसमें 1600 टन कोयला लादा गया है. 3 किलोमीटर की इस ड्रैगन रेक में कुल 240 वैगन लगे हैं.
आपको बता दें कि देश में इन दिनों बढ़ी गर्मी की वजह से बिजली का संभावित खतरा पैदा हो गया है लेकिन रेलवे इस खतरे से निपटने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है. इसलिए बीते दिनों उसने कोयले की ढुलाई के लिए अपनी कई ट्रेनों को भी रद्द कर दिया था.
किन ट्रेनों को किया गया था कैंसिल ?
रेलवे ने मई के महीने तक कम से कम 1100 ट्रेनों को कैंसिल करने का फैसला किया. जिसमें 500 एक्सप्रेस ट्रेनें और 580 पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं. इन ट्रेनों के कैंसिल होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
कोयले की बेहतर सप्लाई के लिए क्या फैसला लिया गया ?
देश के कई राज्य इस समय बिजली संकट से जूझ रहे हैं. ऐसे में इस बिजली संकट को दूर करने के लिए रेलवे अपनी मालगाड़ियों से ज्यादा से ज्यादा माल ढुलाई करवा रहा है. ऐसे में कोयला उत्पादक राज्य जैसे ओडिशा, मध्य प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस राज्य की ट्रेनों को बड़ी संख्या में कैंसिल किया गया है. देश के कई राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, झारखंड. दिल्ली आदि जैसे कई राज्य बिजली संकट का सामना कर रहे हैं. ऐसे में सरकार ने कई बैठकें करके ज्यादा से ज्यादा कोयला सप्लाई का फैसला किया है.
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