Indian Railway: यात्री विमानों की तरह अब ट्रेनों को भी किया जाएगा अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से डिसइंफ़ेक्ट
कोरोना वायरस से बचाव के लिए अब ट्रेनों को भी अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से डिसइंफ़ेक्ट किया जाएगा.
कोरोना वायरस से बचाव के लिए अब एयरपोर्ट और यात्री विमानों की तरह ट्रेनों को भी किया जाएगा अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से डिसइंफ़ेक्ट. आज से नई दिल्ली-लखनऊ शताब्दी ट्रेन में UVC रोबॉट का प्रयोग शुरू कर दिया गया है. ये UVC रोबॉट ख़ाली ट्रेन में रिमोट से ऑपरेट किया जाता है.
कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए रेलवे पहली बार ट्रेनों में UVC रोबॉट का इस्तेमाल करने जा रही है. इसका इस्तेमाल हाल ही में एयरपोर्ट और एयरलाइंस ने शुरू किया है. अब इस अल्ट्रा वॉयलेट रे वाले रोबॉट से ट्रेनों को भी डिसइंफ़ेक्ट किया जाएगा. ऐसा पहला UVC रोबॉट आज से नई दिल्ली-लखनऊ शताब्दी में शुरू किया गया है.
वायरस को पूरी तरह ख़त्म कर देता है
इस रोबॉट को ख़ाली ट्रेन में रिमोट से आपरेट किया जाता है ताकि ख़तरनाक किरणों से किसी कर्मचारी को नुक़सान न हो. C कैटेगरी की अल्ट्रा वॉयलेट रेज़ वायुमंडल को कम नुक़सान पहुंचती हैं इसलिए इसी कैटेगरी का UVC रोबॉट इस्तेमाल किया जा रहा है. ये वायरस को पूरी तरह ख़त्म कर देता है.
रोबॉट एयर लाईन की फ़ूड ट्रॉली जितना पतला हो जाता है
इस रोबॉट में दोनों ओर आर्म होते हैं जो फैल कर पूरे कोच में फैल जाते हैं और फिर उनसे UV किरणें निकल कर कोच को डिसइंफ़ेक्ट करती हैं. फ़ोल्ड होने पर ये रोबॉट एयर लाईन की फ़ूड ट्रॉली जितना पतला हो जाता है ताकि ये ट्रेन के पैसेज में रिमोट से गति कर सके.
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