नई दिल्ली: भारतीय रेल को तीसरी तिमाही में यात्री किराये से दूसरी तिमाही की तुलना में 400 करोड़ रुपये की कम आय हुई है. हालांकि, इस अवधि में माल भाड़े से रेलवे को 2800 करोड़ रुपये अधिक की आय हुई है. यह जानकारी एक आरटीआई के जरिए पूछे गए सवाल से सामने आई है. रेलवे ने हाल ही में यात्री किराए में इजाफा किया है इससे 400 करोड़ रुपये के घाटे को पाटने में मदद मिल सकती है.


आरटीआई से ये जानकारी मध्य प्रदेश के चंद्र शेखर गौड़ ने मांगी थी. जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक रेलवे को इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यात्री किराए से 13 हजार 398 करोड़ रुपये की आय हुई. दूसरी तिमाही में आय घटकर 13 हजार 243 करोड़ रुपये हो गई और अब तीसरी तिमाही में आय घटकर 12 हजार 844 करोड़ रुपये रह गई है.


हालांकि, तीसरी तिमारी में रेलवे को माल भाड़े से 28 हजार 32 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई है. दूसरी तिमाही में 25 हजार 165 करोड़ रुपये की आय रेलवे को माल भाड़े से हुई थी.


आपको जानकारी दें कि रेलवे ने माल भाड़े से अपनी आय बढ़ाने के लिए कुछ उपाए हाल ही में किए हैं. इसके तहत रेलवे ने 'व्यस्त मौसम' सेस हटा दिया है. रेलवे ने 30 साल पुराने डीजल इंजन को हटाने का काम भी शुरू कर दिया है जिससे ईंधन की खपत हो सके.


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