Indian Railways: 'रेल मंत्री जी कुछ करिए', शख्स ने शेयर किया AC कोच में बेटिकट यात्रियों की भीड़ का वीडियो, रेलवे ने दिया ये जवाब
Indian Railway: काशी एक्सप्रेस के एसी कोच में बिना टिकट यात्रियों की भीड़ से परेशान एक यात्री ने ट्विटर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को वीडियो शेयर किया. रेलवे ने तुरंत इस पर कार्रवाई शुरू कर दी.
Without Ticket Passengers In AC coach: आपने भी कई ट्रेनों में सफर के दौरान एसी या स्लीपर कोच में बिना टिकट या जनरल टिकट वाले यात्रियों की भारी भीड़ देखी होगी. ऐसी ही एक समस्या को लेकर काशी एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक यात्री ने एक्स पर एक वीडियो शेयर कर उसमें रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी टैग किया.
अदनान बिन सुफियान नाम के शख्स ने ऐसी 2 टियर के कोच का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला है जिसमें गेट पर और वॉशरूम के दरवाजों के पास छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं बैठी हुई नजर आ रही हैं. इसमें उसने लिखा है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी कृपया एसी के 2 टियर की स्थिति देखिए. ना खाना है, ना पानी है. वॉशरूम आने जाने का रास्ता ब्लॉक है. दरवाजे खुले हैं और वहां छोटे-छोटे बच्चे बैठे हुए हैं. इसलिए एसी भी काम नहीं कर रहा. कृपया कार्रवाई करें. इस वीडियो को 17000 से अधिक बार देखा जा चुका है. और कई लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया भी दी है.
Please take any action.. Chote chote bacche gate k pas hai mahilaye gate ke pas hai @BhusavalDivn @drmmumbaicr @RailwaySeva pic.twitter.com/1q2mSqY8Z0
— Adnan Bin Sufiyan 𝕏 (@imAdshaykh0731) April 14, 2024
रेलवे ने दिया ये जवाब
इधर अदनान के पोस्ट पर रेलवे ने भी तुरंत जवाब दिया. रेलवे सेवा की ओर से रिप्लाई करते हुए लिखा गया कि आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी डीआरएम भुसावल को शिकायत भेजी गई है. इस बीच यूजर्स में रेलवे को खूब खरी खोटी सुनाई. किसी ने लिखा कि रेलवे को और अधिक ट्रेनों की संख्या बढ़ानी चाहिए तो किसी ने लिखा की मेट्रो की तरह नो टिकट नो एंट्री की व्यवस्था होनी चाहिए.
कुछ दिनों पहले भी एक और यात्री ने शेयर किया था ऐसा ही वीडियो
कुछ दिनों पहले इसी तरह से सुहेलदेव सुपरफास्ट एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे सुमित नाम के एक यात्री ने 15-16 अप्रैल को ऐसा ही एक वीडियो शेयर किया था. उसमें एसी कमरे में बिना टिकट यात्रियों की भारी भीड़ थी. तब भी रेलवे सेवा ने यात्री को तुरंत रिप्लाई करते हुए उनका पीएनआर नंबर, मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारी मांगी थी ताकि मदद पहुंचा सके.
इसी तरह से कुछ दिनों पहले ट्रेन में जब एक युवती की सीट पर दूसरे यात्रियों ने कब्जा कर लिया था और बार-बार कहने के बाद भी नहीं उठ रहे थे तो उसने सोशल मीडिया के जरिए रेलवे से मदद मांगी और तुरंत रेलवे अधिकारियों ने पहुंचकर उसकी सीट दिलवाई थी.