Indian Railway: भारतीय रेलवे ने 20833/20834 विशाखापत्तनम-सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम वंदे भारत एक्सप्रेस में कोचों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है. यात्रा की गति और सुविधा को और बढ़ाने के लिए 11 जनवरी (शनिवार) से शुरू होने वाली ट्रेन को चार अतिरिक्त वंदे भारत कोचों के साथ अपग्रेड किया जाएगा. इसमें अब 18 चेयर कार और 2 एक्जीक्यूटिव चेयर कार होंगे.


पहले इस ट्रेन में 16 कोच थे


यह ट्रेन दोनों शहरों के बीच समालकोट, राजमुंदरी, विजयवाड़ा, खम्मम और वारंगल रेलवे स्टेशन पर रुकते हुए सिकंदराबाद पहुंचती है. विशाखापत्तनम-सिकंदराबाद वंदे भारत ट्रेन 8 घंटे 30 मिनट में 699 किलोमीटर की दूरी तय करती है. यह ट्रेन रविवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिन चलती है. इसमें फिलहाल तो 16 कोच हैं, लेकिन कल यानी शनिवार से इसमें 20 कोच हो जाएंगे.


यह देश की 8वीं वंदे भारत ट्रेन है


करीब दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विशाखापत्तनम-सिकंदराबाद वंदेभारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी. यह देश की 8वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है. यह तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाली यह पहली वंदे भारत ट्रेन है. ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए पीएम ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को बधाई दी थी.


रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम कवच, तेज गति, पूरी तरह से सील गैंगवे, ऑटोमैटिक प्लग दरवाजे, मिनी पैंट्री, बोटल कूलर, डीप फ्रिजर और गर्म पानी बॉयलर जैसी सुविधाओं यात्रियों के प्रदान करता है. पीएम मोदी ने पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी 2019 को हरी झंडी दिखाई थी, जो नई दिल्ली से वाराणसी तक चलती है.


वंदे भारत स्लीपर रैक का स्पीड ट्रायल 


भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लगातार ट्रेन को अपग्रेड कर रहा है. इस बीच पश्चिम मध्य रेल के कोटा मंडल में नई डिजाइन वाली वंदे भारत स्लीपर रैक का स्पीड ट्रायल भी जारी है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने अपने कई परीक्षणों में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति प्राप्त की है.


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