Railway Recruitment: इंटरनेट की दुनिया में जो भी दिखे वो हमेशा सच नहीं होता है. अब रेलवे में नौकरी को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है. इसको लेकर अब रेल मंत्रालय ने शनिवार (1 अप्रैल) को रेलवे सुरक्षा बल में कांस्टेबल के कम से कम 20,000 पदों पर भर्ती के बारे में वायरल हो रही एक अधिसूचना को खारिज कर दिया.


रेलवे नोटिफिकेशन में कहा गया है, "आरपीएफ में कांस्टेबल के 20,000 पदों पर भर्ती के संबंध में सोशल और प्रिंट मीडिया पर झूठा संदेश प्रसारित किया जा रहा है." अधिसूचना में स्पष्ट किया गया, सभी संबंधितों के मार्गदर्शन के लिए सूचित किया जाता है कि आरपीएफ या रेल मंत्रालय ने अपनी आधिकारिक वेबसाइटों या किसी प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से ऐसी कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है."


नौकरी घोटाले का भंडाफोड़


इस साल की शुरुआत में, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक रेलवे नौकरी घोटाला रैकेट का भंडाफोड़ किया और तमिलनाडु के 28 लोगों को 2.68 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में दो को गिरफ्तार किया. आर्थिक अपराध शाखा के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान तमिलनाडु के कोयम्बटूर निवासी शिवरामन वी और दिल्ली के गोविंद पुरी निवासी विकास राणा के रूप में हुई. ईओडब्ल्यू ने शिवरामन को दिल्ली के महादेव मार्ग से और उसके साथी राणा को दार्जिलिंग से गिरफ्तार किया.


ईओडब्ल्यू के डीसीपी एमआई हैदर ने एएनआई को बताया, "आरोपियों ने तमिलनाडु के 28 निर्दोष लोगों से 2.68 करोड़ रुपये की ठगी की और उन्होंने पीड़ितों को अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों और प्लेटफॉर्मों पर नौकरी और प्रशिक्षण देने का वादा किया. हमने शिवरमन वी (65) और विकास राणा (43) को गिरफ्तार किया है, वे दोनों नौकरी घोटाला रैकेट के सदस्य हैं."


पुलिस ने सतेंद्र दुबे की पहचान गिरोह के सरगना के रूप में भी की है. वह दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के उत्तम नगर में रहता था. पुलिस ने कहा था कि सतेंद्र दुबे अपने एक साथी राहुल चौधरी के साथ फरार है.


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