भारतीय रेल मंत्रालय का बयान, 31 मार्च से रद्द नहीं होंगी ट्रेनें, फैल रही अफवाहों पर ना दें ध्यान
आजकल सोशल मीडिया पर 31 मार्च से ट्रेनों को रद्द करने की खबर तेजी से वायरल हो रही है, लेकिन रेल मंत्रालय ने इसे एक अफवाह बताते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर गलत खबरें प्रसारित की जा रही हैं. साथ ही बताया कि जिस वीडियो को प्रसारित किया जा रहा है वो पिछले साल का है.
रेल मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर ट्रेन को लेकर वायरल हो रही खबर का पूरी तरह से खंडन किया है. दरअसल, कोरोना के बढ़ते कहर के बाद सोशल मीडिया पर 31 मार्च से सभी ट्रेनों के रद्द होने की बात सामने आई थी. जिसको पूरी तरह से नकारते हुए रेल मंत्रालय ने बताया कि ये सिर्फ अफवाह है और कुछ नहीं. साथ ही मंत्रालय ने ऐसी अफवाह से बचने की अपील भी की है. वहीं रेल मंत्रालय ने कहा कि आजकल एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं. इस लिए यात्री यात्रा करते समय कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और बीमारी से बचें. साथ ही कहा कि अगर ट्रेन रद्द नहीं होती है, लेकिन यात्री यात्रा नहीं करना चाहता है, तो भारतीय रेलवे रिजर्वड टिकटों के सारे पैसे वापस कर देगा.
एक खबर में दावा किया जा रहा है कि 31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। #PIBFactCheck: यह खबर पुरानी है। @RailMinIndia ने 31 मार्च, 2021 तक ट्रेन रद्द करने का यह फैसला नहीं लिया है। इस पुरानी खबर को गलत संदर्भ में साझा किया जा रहा है। pic.twitter.com/YcZ8Za9Vj1
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 15, 2021
बीजेपी सांसद का बयान
बीजेपी सांसद राम कृपाल यादव ने कहा कि भारतीय रेलवे ने कोरोना महामारी के दौरान सहायता के लिए 43 लाख प्रवासी मजदूरों को परिवहन, दो करोड़ मुफ्त भोजन के पैकेट और कई सौ कोच उपलब्ध कराने की कोशिश की है. वहीं राम कृपाल यादव ने बताया कि भारतीय रेलवे पिछले कई वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक गतिशील विकास संगठन में बदल गया है.
बीजेपी सांसद ने की मोदी सरकार की तारीफ
बीजेपी सांसद ने कहा कि मोदी सरकार के दौरान किसी भी राज्य के साथ कोई भेदभाव नहीं हुआ है. रायबरेली में मॉडर्न कोच फैक्ट्री की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि ये यूपीए शासन के दौरान स्थापित किया गया था, लेकिन एनडीए सरकार आने तक एक भी रेलवे कोच नहीं बना था लेकिन अब एनडीए सरकार के सत्ता में आने के बाद से उत्पादन शुरू हो गया है और अब तक 1,500 कोच बन चुके हैं और उनमें से कुछ विदेशों में निर्यात किए जाते हैं.
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