NIA Helping Indian Railway: रेलगाड़ियों को पलटाने से जुड़ी साजिश रचने वालों की अब देश में खैर नहीं होगी. मंगलवार (24 सितंबर, 2024) को यह बात रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ कर दी. उन्होंने इस दौरान यह भी बताया कि रेलवे प्रशासन अलर्ट मोड में है, जबकि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से भी इस सिलसिले में संवाद किया जा रहा है.  


'रेलवे की सुरक्षा को लेकर केंद्र गंभीर'


राजस्थान की राजधानी जयपुर में रेल मंत्री ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों को बताया कि रेलवे प्रशासन तोड़फोड़ की संभावित कोशिशों को लेकर सतर्क है. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कई राज्यों में प्रशासन पुलिस के साथ बातचीत कर रहा है. अश्विनी वैष्णव के अनुसार, केंद्र सरकार (रेलवे की) सुरक्षा संबंधी खतरों को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और जो भी कोई ऐसी दुर्घटना कराने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. यह सरकार का संकल्प है. 


रेल मंत्री ने आगे बताया, "रेलवे का पूरा प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. सभी राज्य सरकारों के साथ, राज्यों के पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) के साथ, गृह सचिवों के साथ लगातार संवाद किया जा रहा है. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) भी इसमें शामिल है." देखें, केंद्रीय मंत्री ने और क्या कहा:






'मंत्रालय मामले की जड़ तक पहुंचने के कर रहा कोशिश'


रेल मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय मामले की जड़ तक पहुंचने के लिए सभी जोनों और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के साथ मिलकर काम कर रहा है. उन्होंने कहा, "हम ऐसी अवैध गतिविधियों के पीछे किसी भी व्यक्ति और हर किसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है कि ऐसी कोई घटना दोबारा न हो और हम अपराधियों का पता लगा सकें."


हालांकि, रेल मंत्री ने एनआईए की भूमिका के बारे में विस्तार से नहीं बताया. यह घटनाक्रम ऐसे कई मामलों के बाद सामने आया है, जब लोकोमोटिव पायलटों ने रेलवे ट्रैक पर संवेदनशील चीजें देखी हैं, जिनका मकसद ट्रेन को पटरी से उतारना या यात्रियों की जान को नुकसान पहुंचाना था. 


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