Indian Railways Fine On Garbage: भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने अब स्टेशनों के साथ-साथ ट्रेनों के कोच (Trains Coach) में सफाई पर विशेष ध्यान रखने की योजना बनाई है. ट्रेन के कोच और यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने अब उसमें गंदगी फैलाने वाले लोगों पर नकेल कसने का मन बना लिया है. इसलिए अब स्लीपर या फिर एसी कोच में सफर के दौरान ट्रेन में यहां-वहां गंदगी फैलाना यात्रियों को भारी पड़ सकता है. खासकर सर्दियों के मौसम में यात्री अक्सर मूंगफली के छिलके या फिर चाकलेट का रैपर चुपके से सीट के नीचें फेंक देते हैं. रेलवे ने ऐसे यात्रियों की हरकतों पर रोकथाम लगाने के लिए उनसे जुर्माना (Fine) वसूलने का मन बना लिया है. रेलवे अब ऐसे किसी भी यात्री से 100 से लेकर 500 रुपये तक का जुर्माना वसूल कर सकता है. 


टीटीई रखेंगे निगरानी


इसके अलावा रेलव ट्रेन कोच में किसी भी प्रकार की गंदगी फैलाने वाले यात्री को सार्वजनिक रूप से अपमानित कर उसे उसकी गलती का एहसास कराएगा. साथ ही दोषी यात्रियों से 100 से लेकर 500 रुपये का जुर्माना भी वूसला जाएगा. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर मध्य रेलवे हिमांशु शेखर ने बताया कि ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर (टीटीई) ट्रेन कोच में गंदगी फैलाने वाले यात्रियों पर निगरानी रखेंगे. उन्होंने बताया कि रेलवे ने स्वच्छता अभियान के तहत यह कदम उठाया है. इसके अलावा यात्रियों को इससे संबंधित जानकारी को लेकर स्टेशनों पर लगातार इसकी घोषणा भी कराई जाएगी. रेलवे का मकसद केवल कोच में सफाई रखना है. 


क्यों पड़ी जरूरत?


रेलवे को आखिर ये कदम उठाने की जरूरत क्यों पड़ी, दरअसल, ठंड में अक्सर लोग मूंगफली अपने साथ लेकर सफर करते हैं. यात्री मौका मिलते ही सीट पर मूंगफली खाने लगते हैं और छिलकों को सीट के नीचे फेंकते रहते हैं. ऐसे में कोच में गंदगी बढ़ने लगती है, जिससे ट्रेन में सफर करने वाले दूसरे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यही नहीं कई बार यात्री बचा खाना या फिर कागज के टुकड़े भी सीट के नीचे फेंक देते हैं.


ट्रेन से रोजाना हजारों यात्री एक स्थान से दूसरे स्थान तक का सफर तय करते हैं. इसमें कम दूरी से लेकर लंबी दूरी की ट्रेनें भी शामिल हैं. ऐसे में रेलवे के लिए इन ट्रेनों में सफाई बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है. हर ट्रेन की यात्रा के बाद उसकी सफाई की जाती है और ट्रेनों के कोच की धुलाई भी होती है. ऐसे में अगर किसी भी प्रकार से ट्रेन में होने वाली गंदगी को बढ़ने से रोकने के लिए कोई कदम उठाया जाता है, तो उससे रेल यात्रियों को ही फायदा होगा.


इसे भी पढ़ेंः- Gujarat Elections: बीजेपी हार्दिक पटेल, क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी को उतार सकती है मैदान में, कई विधायकों का कटेगा टिकट