भारतीय रेलवे 50 स्टेशनों को बनाएगा वर्ल्ड क्लास, पहले चरण में चार स्टेशन चुने गए
भारतीय रेलवे 2023 तक पचास रेलवे स्टेशन को रीडेवलप करके उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने की तैयारी में है. फिलहाल पहले चरण में चार रेलवे स्टेशन को चुना गया है जिसमें ग्वालियर, नागपुर और अमृतसर स्टेशन शामिल हैं.
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने देश भर में कुल पचास रेलवे स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस करने का फैसला लिया है. ये भी तय हुआ है कि इन स्टेशनों को रिडेवलप करने में जो पैसे लगेंगे उसे यात्रियों के टिकट में अतिरिक्त शुल्क लगा के वसूला जाएगा.
क्या बढ़ जाएंगे यात्री किराए?
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन बीके यादव ने एबीपी न्यूज को बताया, "ये कहना गलत होगा कि वर्ल्ड क्लास स्टेशनों के निर्माण के चलते यात्री किराए बढ़ जाएंगे. दरअसल जो सेस लगाया जाएगा वो सिर्फ उन यात्रियों के टिकट पर लगेगा जो वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन से चढ़ेंगे या वहां उतरेंगे."
कब से लागू होंगे बढ़े हुए किराए
रेलवे बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर डी वाजपेयी के मुताबिक स्टेशन रिडेवलपमेंट के नाम पर बढ़ा किराया सिर्फ तभी लिया जाएगा जबकि यात्री पूरी तरह डेवेलप किए जा चुके वर्ल्ड क्लास सुविधाओं वाले स्टेशन पर उतरेंगे या चढ़ेंगे.
कब तक तैयार होंगे वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन
प्रथम चरण में रेलवे ने अब तक सिर्फ चार रेलवे स्टेशनों को ही वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए चुना है. इन स्टेशनों में ग्वालियर, नागपुर और अमृतसर स्टेशन शामिल हैं. अभी इन स्टेशनों के टेंडर की प्रक्रिया चल रही है. अगले दो तीन महीनों में यहां काम शुरू हो जाएगा. रेलवे का लक्ष्य है कि इस साल के अंत तक चार स्टेशन वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस हो जाएं. 2023 तक सभी 50 रेलवे स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास के टैग वाला किए जाने की योजना है.
कितना किराया बढ़ेगा
वर्ल्ड क्लास स्टेशनों का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों के किराए में एयरपोर्ट की तर्ज पर लगने वाला अतिरिक्त शुल्क फिल्हाल तय नहीं किए गए हैं, लेकिन रेलवे के उच्च सूत्रों के मुताबिक ये शुल्क दो रुपये से पांच रुपये तक हो सकता है. अलग-अलग स्टेशनों पर ये शुल्क अलग-अलग होगा. शुल्क इस बात पर भी निर्भर करेगा कि उस स्टेशन पर कितने यात्री आते हैं. अधिक यात्री होने पर शुल्क कम होगा .
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