भारतीय सुरक्षाबलों की तरफ से हाल में किए गए एक ऑपरेशन में वे करीब 200 मीटर पाकिस्तान की तरफ अंदर दाखिल हो गए थे, ताकि एक सुरंग का पता लगाया जा सके. सरकारी अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि नगरोटा में मारे गए आतंकियों ने इस सुरंग के जरिए भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की थी.


शीर्ष सरकारी अधिकारी ने बताया, सुरक्षाबल पाकिस्तान की तरफ करीब 200 मीटर अंदर तक चले गए थे, जहां से इस सुरंग की शुरुआती होती है. पिछले हफ्ते भारतीय सुरक्षाबलों की तरफ से मारे गए आतंकियों ने इसी सुरंग का इस्तेमाल किया और वे भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे. जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में इंटरनेशनल बॉर्डर के पास करीब 150 मीटर लंबा सुरंग मिला था.


नवंबर की तीसरे हफ्ते में सुरक्षाबलों को नगरोटा में मारे गए  आतंकियों के पास से मोबाइल फोन बरामद हुआ था, जिससे जवानों को सुरंग का पता लगाने में मदद मिली. सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने मंगलवार राइजिंग डे के दौरान ऑपरेशन के बारे में बातचीत की। उन्होंने बताया- “सुरक्षाबलों की तरफ से मारे गए आतंकियों के पास से बरामद फोन के आधार पर 22 नवंबर को बीएसएफ ने एक सुरंग का पता लगाया. इसका इस्तेमाल आतंकियों की तरफ से सांबा सेक्टर में घुसपैठ के लिए किया गया.”


अस्थाना ने यह बात बीएसएफ के राइजिंग डे के दौरान भाषण देते हुए कही. हालांकि, बीएसएफ ने इस ऑपरेशन के बारे में कुछ भी नहीं बताया. इस सुरंग का पता बीएसएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन के दौरान लगाया गया था. बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर के आईजी एनएस जमवाल ने कहा- ऐसा लगता है कि नगरोट मुठभेड़ में शामिल आतंकियों ने इस 150 मीटर लंबे सुरंग का इस्तेमाल किया था, क्योंकि यह ताजा बनी है. हम ऐसा मानता हैं कि उनके पास एक गाइड था जो उन्हें हाइवे तक लेकर गया.