'मनोहर लाल खट्टर को इस्तीफा दे देना चाहिए', हरियाणा हिंसा पर बोले जगद्गुरु रामभद्राचार्य, ज्ञानवापी पर भी की भविष्यवाणी
Spiritual Leader Rambhadracharya: जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत की है जिसमें उन्होंने हरियाणा हिंसा, ज्ञानवापी सर्वे और योगी मॉडल पर अपनी बेबाकी से राय रखी.
Rambhadracharya Interview: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा और वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में एएसआई के सर्वे पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि हरियाणा हिंसा की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और किसी दूसरे बीजेपी नेता को सीएम बनाना चाहिए.
इन मुद्दों के अलावा कई अन्य मुद्दों पर अपने विचार रखे. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी मॉडल पर भी अपनी बात रखी. ज्ञानवापी परिसर में शुक्रवार (04 अगस्त) को एएसआई की टीम सुबह 7 बजे सर्वे के लिए पहुंची और जुमे की नमाज के बाद टीम एक बार फिर सर्वे का काम शुरू करेगी. इस मामले पर रामभद्राचार्य का कहना है, “वहां पर शिव मंदिर होने के साक्ष्य मिले हैं और हिंदुओं के पक्ष में ही फैसला आएगा. मेरा मानना है कि मामले में संसद न जाना पड़े कोर्ट से ही निर्णय आ जाए.”
ज्ञानवापी को लेकर रामभद्राचार्य की भविष्यवाणी
उन्होंने ज्ञानवापी मामले को लेकर भविष्यवाणी करते हुए कहा, “कोर्ट का फैसला हिंदुओं के पक्ष में ही आएगा और ये मेरी भविष्यवाणी है. ये समय सोमनाथ मंदिर को तोड़ने का नहीं है. ये समय चंगेज खान के अत्याचारों का नहीं है. ये समय हिंदुओं के सम्मान का है.”
नूंह हिंसा पर क्यो बोले रामभद्राचार्य
वहीं, हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “इसमें सरकार की गलती है. उन्होंने सुरक्षा नहीं कर पाई.” उन्होंने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का इस्तीफा ले लेना चाहिए और दूसरी मुख्यमंत्री बीजेपी से चुन लिया जाए.
योगी मॉडल पर रामभद्राचार्य
उत्तर प्रदेश में योगी मॉडल पर अपनी बात रखते हुए रामभद्राचार्य ने कहा, “योगी मॉडल आने के बाद उत्तर प्रदेश में पहले से बहुत अंतर आया है. जब संत सत्ता चलाता है तो सभी व्यवस्थाएं शास्त्र के अनुकूल हो जाती हैं. यूपी की सत्ता एक संत चला है और संत पास परिवारिक मोह नहीं होता है.”
पीएम मोदी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि वो देशहित में काम कर रहे हैं. हमने जो मुद्दे उनके सामने रखे थे उनमें से कुछ को उन्होंने पूरा कर दिया और इस बार जब वो एक बार फिर चुनकर आएंगे तो बाकी बचे मुद्दे भी पूरे कर देंगे.