मुंबई: महाराष्ट्र में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए कोविड -19 पॉजिटिव के 50 फीसदी सैंपल्स में SARS-CoV-2  नाम का नया और अत्यधिक संक्रामक इंडियन वेरिएंट पाया गया है. इस वेरिएंट को B.1.617 कहा जाता है. इनमें से अधिकांश सैंपल विदर्भ के हैं और मुंबई शहर से भेजे गए किसी भी सैंपल में अब तक B.1.617 वेरिएंट नहीं मिला. सैंपल्स की पूरी जीनोमिक सीक्वेंसिंग करने वाले 10 नेशनल लेबोरेटरीज के ग्रुप INSACOG  के वैज्ञानिकों ने इसकी जानकारी दी है.


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अभी तक पूरे जीनोम सीक्वेंसिंग प्रोजेक्ट के बारे में ज्यादा डिटेल्स नहीं दी हैं. शुक्रवार को बताया गया कि गुरुवार को 13,614 जीनोम अनुक्रमण के सीक्वेंसिंग को 10 INSACOG लैब्स में प्रोसेस्ड किया गया था. मंत्रालय ने कहा “इनमें से 1,189 सैंपल SARS COV-2 वेरिएंट के पाए गए जो भारत में चिंता का विषय है. इनमें यूके वेरिएंट के 1,109,दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट के 79 सैंपल और ब्राजील का एक सैंपल शामिल है. ” 
 
केंद्र से डिटेल रिपोर्ट और संशोधित दिशानिर्देशों की मांग 
राज्य से भेजे गए नमूनों के रिजल्ट की कुछ जानकारी शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ एक वर्चुएल बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे को दी गई. टोपे ने कहा कि अब तक भेजे गए 1,100 नमूनों में से 500 नमूनों की जांच की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि "हमने केंद्र सरकार से एक डिटेल रिपोर्ट मांगी है, लेकिन बताया गया है कि यह रिसर्च पूरा होने पर उपलब्ध होगी"   टोपे ने कहा  "चूंकि नए वेरिएंट को अत्यधिक संक्रामक कहा जाता है, इसलिए हमने केंद्र से एक रिपोर्ट और संशोधित दिशानिर्देशों की मांग की है." 


महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य
राज्य में मुख्य चिंता इंडियन वेरिएंट को लेकर है जो अत्यधिक संक्रामक माना जा रहा है. दुनिया भर के विशेषज्ञों ने आर्टिकल्स में  कहा है कि इंडियन वेरिएंट के कारण ही देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र, देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है और यहां सबसे ज्यादा करोना के नए मामले सामने आ रहे हैं.


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