Israel Palestine Conflict: गाजा पट्टी से चलने वाले चरमपंथी संगठन हमास और इजरायल के बीच संघर्ष जारी है. इजरायल हमास के खिलाफ गाजा पट्टी में हमले कर रहा है. इस बीच गाजा में परिवार संग रह रही एक भारतीय महिला ने मंगलवार (10 अक्टूबर) को गुहार लगाई कि उसे युद्धग्रस्त हमास शासित इलाके से तत्काल निकाला जाए.


गाजा में रहने वाली जम्मू-कश्मीर की एक भारतीय महिला लुबना नजीर शाबू ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को फोन पर बताया , “हम यहां एक अमानवीय जंग का सामना कर रहे हैं और कुछ ही सेकंड में बमबारी में सब कुछ खत्म (तहस-नहस) हो जा रहा है. हम इस संघर्ष की कीमत चुका रहे हैं क्योंकि नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है.”


चौथे दिन संघर्ष जारी


हमास और इजरायल के बीच जंग मंगलवार (10 अक्टूबर) को चौथे दिन में प्रवेश कर गई. दोनों पक्षों के कम से कम 1,600 लोग जान गंवा चुके हैं. गाजा में 788 लोगों की मौत हुई है और 4,100 लोग घायल हुए हैं. 


हमास के लड़ाकों ने शनिवार (7 अक्टूबर) की सुबह दक्षिणी इजरायल में घातक हमले किए और कुछ ही मिनट में हजारों रॉकेट दाग दिए, जिसके बाद इजरायल ने पलटवार करते हुए जंग का ऐलान कर दिया था. उसके बाद से इजरायली लड़ाकू विमान गाजा में हमास के ठिकानों पर बम बरसा रहे हैं.


गाजा में रहने वाली कश्मीर की लुबना नजीर शाबू ने बताई ये आखों देखी


शाबू ने कहा, ''बमबारी की आवाजें बहुत डरावनी हैं और पूरा घर हिलता है. यह बहुत ही डरावनी स्थिति है.'' शाबू गाजा में अपने पति नेदाल टोमन और सबसे छोटी बेटी करीमा के साथ रहती हैं. उन्होंने बताया कि बिजली के अलावा पानी की सप्लाई आधिकारिक तौर पर काट दी गई है. उनके दो बड़े बच्चे मिस्र के काहिरा में रहते और पढ़ते हैं.


भारतीय महिला ने कहा कि उसने पहले कभी ऐसा नहीं देखा था. उसके पास रह रहे दो परिवारों को गाजा के सीमावर्ती इलाकों में बमबारी के बाद भागना पड़ा. महिला ने कहा, ''हम कहीं भी नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि कहीं भी कोई सुरक्षित जगह नहीं है और गाजा पट्टी बहुत छोटी है. यह हर तरफ से बंद है. यहां कोई एक्जिट प्वाइंट (निकास बिंदु) नहीं है.''


भारतीय महिला ने लगाई मदद की गुहार


महिला ने न्यूज एजेंसी को भेजे एक वीडियो संदेश में कहा, ''मैंने अपने पति और बेटी के साथ सुरक्षित जगह पर जाने में मदद के लिए रामल्ला में भारत के प्रतिनिधि कार्यालय से पहले ही मदद मांगी है.''


मिस्र से लगने वाली राफा क्रॉसिंग (Rafah Crossing)  गाजा से निकलने का एकमात्र रास्ता, जिसे सोमवार (9 अक्टूबर) को बंद कर दिया गया, जिससे गाजा निवासियों के भागने की सभी संभावनाएं बंद हो गईं.


रामल्ला में भारत के प्रतिनिधि कार्यालय ने कहा कि वह लोगों के संपर्क में है और सभी भारतीयों की मदद करने की कोशिश कर रहा है लेकिन जमीनी हालात विकल्पों को बाधित कर रहे हैं. इसके अलावा तेल अवीव में भारतीय दूतावास भी सक्रिय रूप से प्रभावित इलाकों में सभी भारतीयों की मदद के तरीके तलाश रहा है.


बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था- केवल हमास पर हमला शुरू किया है


इससे पहले इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित एक संबोधन में कहा था, ''हमने केवल हमास पर हमला करना शुरू किया है. आने वाले दिनों में हम अपने दुश्मन के साथ जो करेंगे उसका असर पीढ़ियों तक दिखेगा.''


यह भी पढ़ें- Israel-Hamas War: फलस्तीन के समर्थन में आगें आई ये पाकिस्तानी अभीनित्रियां, जानें कौन इजरायल कौन हमास के साथ