कोरोना वायरस के कारण देश भर में लॉकडाउन है और ऐसे में एक मां ने अपने बेटे से मिलने के लिए 2700 किलोमीटर का सफर तय किया. वो छह राज्यों से होकर गुजरी और तीन दिन के सफर के बाद अपने बेटे से मिल पाई. ये कहानी फिल्मी लगती जरूर है लेकिन है नहीं. इंसान की जिद और हौसले से भरी ये कहानी है केरल से जोधपुर पहुंचने वाली शीलम्मा वासन की.


दरअसल शीलम्मा का बेटा अरुण कुमार बीएसएफ का जवान है और मायोसिटिस का पेशेंट है. वो जोधपुर के एम्स अस्पताल में भर्ती है. एम्स के एक मलयाली डॉक्टर से अरुण कुमार की स्थिति के बारे में परिवार को बताया था जिसके बाद परिवार ने जोधपुर जाने का फैसला किया.


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इस परिवार ने केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, सीएम पी विजयन और कांग्रेस नेता ओमन चांडी को धन्यवाद दिया. विहिप के एक संगठन हिंदू हेल्पलाइन ने कैब और दो ड्राइवरों का इंतजाम किया और आने जाने का पूरा खर्चा उठाया. कोट्टयम के जिलाधिकारी पीके सुधीर बाबू ने भी इस परिवार की काफी मदद की.


शीलम्मा अपनी बहू और एक एन्य रिश्तेदार के साथ 11 अप्रैल को सफर पर निकलीं और 14 अप्रैल को मलयाली नए साल के दिन जोधपुर पहुंच गईं. इस दौरान ये लोग केरल से तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात होते हुए राजस्थान के जोधपुर पहुंचे.


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कोरोना वायरस के कारण देश भर में लॉकडाउन है और ऐसे में कई जगहों पर चेकिंग भी हुई, कुछ जगहों पर रोका भी गया लेकिन हर जगह से तुरंत क्लियरेंस मिलता चला गया. आपको बता दें कि भारत में अभी तक12 हजार से अधिक कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं और 420 लोग अभी तक अपनी जान गवां चुके हैं.