पाकिस्तान में 'बंधक' रही उज्मा लौटी स्वदेश, सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर किया स्वागत
नई दिल्ली : पाकिस्तान में 'बंधक' बनाकर रखी गई उज्मा गुरुवार सुबह भारत लौट आई. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर उसका स्वागत किया. इसके साथ ही बाघा बार्डर पर भारतीय पक्ष ने उसका जोरदार स्वागत भी किया. उज्मा से बंदूक के बल पर पाकिस्तानी नागरिक ने शादी की थी. फिर वह किसी तरह इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास पहुंची और मदद मांगी थी.
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने वाघा बार्डर तक छोड़ने के आदेश दिया था
इसके बाद पाकिस्तान के इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने भारतीय उच्चायोग में शरण लेने वाली भारतीय महिला को भारत लौटने की आज अनुमति दे दी थी. पाकिस्तानी व्यक्ति पर जबरन शादी करने का आरोप लगाने के बाद महिला ने भारतीय दूतावास से मदद मांगी थी. जबकि, आरोपी शख्स ने पत्नी के अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया था. अदालत ने पुलिस को उसे(महिला को) वाघा बार्डर तक छोड़ने के आदेश दिया था.
पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली ने शादी करने के लिए उसे मजबूर किया उज्मा इस महीने पाकिस्तान आई थी. उसने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली ने शादी करने के लिए उसे मजबूर किया. उजमा ने 12 मई को अदालत में याचिका दायर कर अनुरोध किया था कि उसे घर वापस जाने की अनुमति दी जाए, क्योंकि उसकी पहली शादी से हुई बेटी भारत में थलीसीमिया से पीड़ित है. अली ने अदालत में अपनी याचिका में आग्रह किया था कि उसे उसकी पत्नी से मिलने दिया जाए. कयानी की एकल पीठ ने आज दोनों याचिकाओं पर सुनवाई की न्यायमूर्ति मोहसिन अख्तर कयानी की एकल पीठ ने आज दोनों याचिकाओं पर सुनवाई की. उनकी दलीलें सुनने के बाद न्यायमूर्ति ने उजमा को भारत लौटने की अनुमति दी. अदालत ने उसके वीजा दस्तावेज भी लौटा दिए जो अली ने ले लिए थे. अदालत के आदेश के बाद दस्तावेजों को अदालत में सौंपा गया था. उच्च न्यायालय ने ‘उसकी पत्नी’ को वापस जाने की अनुमति दे दी अदालत के आदेश से दुखी अली ने कहा कि उच्च न्यायालय ने ‘उसकी पत्नी’ को वापस जाने की अनुमति दे दी और वो इससे नाखुश है क्योंकि उसकी बात सुनी नहीं गई. न्यायमूर्ति कयानी ने पुलिस को आदेश दिया कि वह उजमा को भारत और पाकिस्तान के बीच वाघा बार्डर पर छोड़ें. न्यायमूर्ति ने उज्मा से पूछा कि क्या वह उनके चैंबर में अली से मिलना चाहती है लेकिन उसने इनकार कर दिया. उजमा सुनवाई के दौरान अदालत में एक बार बेहोश हो गई अली ने कहा, ‘मैं दो मिनट के लिए उससे मिलना चाहता था लेकिन मुझे मंजूरी नहीं दी गई.’ कुछ खबरों के अनुसार, उज्मा सुनवाई के दौरान अदालत में एक बार बेहोश हो गई और उसका इलाज करने के लिए चिकित्सों को बुलाया गया. वह एक मई को पाकिस्तान आयी थी और फिर खैबर पख्तूनख्वा में दूरवर्ती बुनेर प्रांत गई थी जहां उसने तीन मई को अली से निकाह किया.Uzma - Welcome home India's daughter. I am sorry for all that you have gone through.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) May 25, 2017
Indian woman Uzma returns to India after permission by Islamabad HC; she had said she was forced to marry a Pakistani. pic.twitter.com/1Ulbi2RfnD — ANI (@ANI_news) May 25, 2017
बाद में वह इस्लामाबाद आई और उसने भारतीय उच्चायोग में शरण ली
बाद में वह इस्लामाबाद आई और उसने भारतीय उच्चायोग में शरण ली. उसने आरोप लगाया कि अली ने बंदूक का डर दिखाकर उससे जबरन शादी की. अली ने इन आरोपों को खारिज किया और अपने रिश्ते को सुधारने की इच्छा जताई. उसने कहा, ‘वह अब भी मेरी पत्नी है. ना तो उसने तलाक के लिए कहा और ना ही मैंने उसे तलाक दिया.’
वह अपने मामले को आगे बढ़ाने के लिए वापस आ सकती है
पाकिस्तान में कानून के अनुसार, उसका वकील उसका प्रतिनिधित्व कर सकता है और वह अपने मामले को आगे बढ़ाने के लिए वापस आ सकती है. खबरों के अनुसार, उजमा और अली की मुलाकात मलेशिया में हुई थी और उन दोनों को प्यार हो गया था. जिसके बाद वह वाघा बार्डर के रास्ते से एक मई को पाकिस्तान गई थी.