नई दिल्ली: सोमालिया की एक कंपनी ने उत्तर प्रदेश के 25 मजदूरों सहित 33 मजदूरों को कथित तौर पर बंधक बना लिया है. मानव सेवा संस्थान के राजेश मणि ने बताया कि कुशीनगर के एक मजदूर ने उनसे संपर्क किया था उसके बाद यह मामला सामने आया है.


उन्होंने बताया, ‘‘मैंने भारतीय दूतावास नैरोबी, केन्या और विदेश मंत्रालय से ट्वीट और ईमेल के जरिये संपर्क किया और उन्होंने मजदूरों की मदद करने का आश्वासन दिया है.’’


केन्या में भारतीय दूतावास ने ट्वीट के जरिये 21 अक्टूबर को जवाब दिया कि दूतावास सोमालिया के मोगादिशू में फंसे 33 मजदूरों की रिहाई को लेकर सोमालिया सरकार के संपर्क में है.


दूतावास ने कहा, ''सोमालिया के विदेश मंत्रालय के निदेशक ने आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही इन लोगों के भारत जाने की व्यवस्था हो जाएगी.''






राजेश मणि ने बताया कि उनकी जानकारी के अनुसार वहां फंसे 25 मजदरों में से 21 मजदूर गोरखपुर मंडल के हैं जिनमें से सात मजदूर गोरखपुर के, 10 कुशीनगर के, तीन देवरिया के जबकि दो-दो मजदूर गोंडा, महाराजगंज, सिदार्थनगर, संतकबीर नगर के हैं. इसके अलावा छह मजदूर बिहार के जबकि एक-एक मजदूर पंजाब और हिमाचल प्रदेश के हैं.


यह मजदूर 10 महीने पहले वहां गये थे, पहले दो महीने कंपनी ने इनके साथ अच्छा व्यवहार किया लेकिन पिछले आठ महीने से इन्हें वेतन नहीं मिला है.