Allegations Against Brij Bhushan Sharan Singh: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगे हैं. फेडरेशन के तहत काम करने वाले कोचों पर भी आरोप लगे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए ओलंपियन विनेश फोगाट समेत कई पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं. इस मामले पर दिल्ली महिला आयोग से लेकर कई विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं आई हैं. बीजेपी सांसद के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बुधवार (18 जनवरी) को खेल मंत्रालय ने भी मामले को गंभीरता से लिया और फेडरेशन को 72 घंटे के भीतर जवाब देने के लिए नोटिस दिया. साथ ही चार पहलवानों के प्रतिनिधमंडल को बातचीत का आमंत्रण दिया गया है.


विनेश फोगाट के साथ पहलवान गीता फोगाट, बबीता फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया जैसे दिग्गज एथलीट सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने में शामिल हैं. गुरुवार (19 जनवरी) को पहलवान बजरंग पूनिया खेल मंत्रालय पहुंचे. बताया जा रहा है कि बबीता फोगाट सरकार और पहलवानों की बीच मध्यस्थता का काम करेंगी. प्रदर्शकारी पहलवान बीजेपी सांसद और कोचों के खिलाफ कार्रवाई और नया फेडरेशन बनाने की मांग कर रहे हैं. वहीं, सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों को सिरे से नकारा है. उन्होंने यहां तक कहा है कि दोषी पाए जाने पर फांसी के लिए भी तैयार हैं. आखिर हैं वो कौन से आरोप हैं जो सांसद बृजभूषण शरण सिंह लगे हैं और उनकी मु्श्किलें बढ़ा दी हैं, आइये विस्तार से जानते हैं:-


सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप


बुधवार (18 जनवरी) को महिला पहलवान विनेश फोगाट ने बेहद भावुक होते हुए मीडिया के सवालों के जरिये अपनी बात कही और सांसद बृजभूषण शरण सिंह समेत कई कोचों (बगैर उनका नाम लिए) पर गंभीर आरोप लगाए. विनेश फोगाट ने जब शोषण का आरोप लगाया तो पत्रकारों ने पूछा के कि क्या आप 'यौन शोषण' के बारे में कह रही हैं तो महिला पहलवान ने 'हां' में जवाब दिया. हालांकि उन्होंने निजी तौर पर घटी ऐसी किसी घटना से इनकार किया. विनेश फोगाट की ओर से लगाए गए आरोपों के मुताबिक, कई महिला पहलवानों के अलावा महिला कोच भी फेडरेशन के अध्यक्ष और कोचों की ओर से यौन शोषण का शिकार हुई हैं. 


विनेश फोगाट ने कुछ इस तरह बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह और फेडरेशन के शीर्ष कोचों पर आरोप लगाए-



  • ''डेली होता है सर, जब से अध्यक्ष जी को हम जानते हैं तब से यही कहानियां सुन रहे हैं, जो कोच हमारे साथ में थे वो मेंटली आपको ब्रेक करते हैं हर दिन, आपको कीड़े की तरह खा रहे हैं, आपको पता भी नहीं लगता कि कब खा गए, हम जितने भी एथलीट हैं न, हमारे साथ अगर कुछ भी हुआ न कल को तो मान लेना कि अध्यक्ष जी ने ही किया है.''

  • ''वे हमारी निजी जिंदगी में दखलंदाजी करते हैं कि मैंने किससे शादी कर ली, मेरा बॉयफ्रेंड कौन है, कौन मेरी गर्लफ्रेंड है, बजरंज ने किससे शादी कर ली, अभी शादी क्यों कर रहे हो, मतलब हमारे निजी जिंदगी में भी उनकी दखलंदाजी इतनी है कि हमारी फैमिली तक की उनको खबर रहनी चाहिए कि हमारी फैमिली में कौन गिर रहा है, कौन मर रहा है.''

  • ''हर दिन तिल-तिल कर मरने से तो अच्छा है कि एक बार ही मरा जाए. रात में चैन से नहीं सो पा रहे हैं. हमें ये नहीं पता कि कल हम खेलेंगे कि नहीं खेलेंगे, हम बाहर जा पाएंगे या नहीं जा पाएंगे, हम नेशनल कैंप में जा पाएंगे या नहीं जा पाएंगे, हमारे कोच हमारे साथ होंगे कि नहीं होंगे.

  • "जो लोग उनकी चमचागिरी करते हैं, क्या पता वो मेस के टाइम पर हमें कुछ खिला-पिला दें. हमारा डोपिंग टेस्ट होता है, हो सकता है हम कभीडोपिंग में पॉजिटिव आ जाएं. हमने आजतक इतने मेल किए हैं, मेरे पास सब प्रूफ हैं, उनका मेल पर रिप्लाई नहीं आया कभी भी किसी भी चीज के बारे में. हर एक चीज के लिए उनके कमरे में जाना पड़ेगा क्या हमें?'' 

  • ''जो कोच होते हैं वो खुद लड़कियों का शोषण करते हैं, महिला कोच के साथ बुरा बर्ताव करते हैं. नेशनल कैंप में जो कोच होते हैं. सभी कोच नहीं हैं लेकिन कुछ कोच हैं जो फेडरेशन के खास हैं, जो खुद शोषण करते हैं, महिला कोचों के साथ में गलत व्यवहार करते हैं, मैंने उसकी आवाज उठाई कई बार, उसके बावजूद वही चीफ कोच नेशनल कैंप में लगाए गए हैं.'' 


यौन शोषण के सवाल पर 'हां' में दिया जवाब



  • विनेश ने कहा, ''कोच कैंप में लड़कियों की बातचीत करवाते हैं शोषण करवाने के लिए ही. अध्यक्ष जी ने पता नहीं खुद कितनी लड़कियों का किया आजतक.'' 

  • फेडरेशन अध्यक्ष खिलाड़ियों के होटल में रुकते थे, महिला खिलाड़ी जहां ठहरी होती थीं, उसी फ्लोर पर अपना कमरा रखते थे, वह जानबूझकर अपना कमरा खुला रखते थे. 

  • ''मैं ऐसी 10-12 पहलवानों को जानती हूं जिन्होंने मुझे WFI अध्यक्ष की ओर से किए गए यौन शोषण के बारे में बताया है. अगर पीएम और गृह मंत्री से मिलने का अवसर मिले तो उनके नामों का भी खुलासा करूंगी.''

  • ''पावरफुल वो हैं, कितने बार के वो एमपी हैं, पैसा उनके पास है, पावर में वो बैठे हैं.. पहली बात तो हमारे पास धमकियां आती हैं छोट-छोटी चीजों को लेकर कि आपको जान से मरवा देंगे. उनके जो खास लोग हैं, फेडरेशन के ही खास बंदे हैं, समय आने पर नाम भी लूंगी.'' 

  • ''लखनऊ में कैंप क्यों लगाया जाता है? हमने प्रधानमंत्री जी से लेकर खेल मंत्री तक से रिक्वेस्ट की ताकि शोषण न हो पाए.'' 

  • ''किसी ने सिंगल टाइम फेडरेशन से एक बार नहीं पूछा कि आपको क्या इंजरी हुई है, क्या नहीं हुई है. अभी उसके बाद बोला गया कि आप नेशनल खेलो. जब मैंने नेशनल के लिए मेडिकल लगाया है तो बोलते हैं कि नहीं खेलोगे. ...तो आपको नहीं खेलने दिया जाएगा, तो ये मतलब जबरदस्ती का बैन लगा देंगे और मेरे ऊपर इंडिसिप्लिन का आरोप लगाते हैं क्योंकि मैं बोलती हूं.''

  • ''अध्यक्ष जी मुझे खोटा सिक्का बोला. फेडरेशन ने मेंटल टॉर्चर किया था, किसको बताऊं. इतना मेंटल टॉर्चर हुई थी कि मैं मरने तक की स्टेज पर चली गई, मैं खुदकुशी करने की सोच रही थी. अगर किसी भी खिलाड़ी को कुछ भी हो गया तो हमारे जो रेसलिंग प्रेसिडेंट हैं वो जिम्मेदार रहेंगे, हमारी फेडरेशन जिम्मेदार होगी.''

  • ''मेरे को बोलते हैं कि मेंटली वीक है, मैं मेंटली वीक नहीं हूं, मैं दस सालों से सीनियर में खेल रही हूं. मेरे को दो साल के लिए बैन कर रहे थे इंडिसिप्लिन में जबकि मेरी कोई गलती नहीं थी.''

  • ''जो हमारी किट होती है वो इतनी जीरो क्वालिटी की होती है कि उसको पहनकर कंफर्टेबल ही फील नहीं करते तो मेट पर क्या ही रेसलिंग करेंगे. अगर हम अच्छे कॉस्ट्यूम नहीं पहने हैं, हमारी फैमिली देख रही है कि अच्छी किट नहीं पहन रही है. मैंने यह सोचकर वो कॉस्ट्यूम पहना था कि ओलंपिक में आई हूं तो मेरा फोकस केवल खेल पर होना चाहिए.''   


अन्य पहलवानों ने कही ये बातें



  • साक्षी मलिक ने कहा, ''कितनी बड़ी प्रोब्लम रही होगी हमको कि आज यहां आना पड़ा, आरोपों की जांच होनी चाहिए, जो भी हमने आरोप लगाए हैं वो सच हैं. पीएम सर से हम रिक्वेस्ट करते हैं कि वो हमारी बातें सुनें, गृह मंत्री जी से भी रिक्वेस्ट करते हैं कि वो हमें बुलाएं, उनके सामने सारी बातें रखेंगे.''

  • बजरंग पू निया ने कहा कि एक-दो दिन पहले नियम बनाए जाते हैं जो थोप दिए जाते हैं. एसोसिएशन के अध्यक्ष ही कोच और रेफरी का रोल निभाते हैं. प्रायोजक टाटा मोटर्स से भी सहायता नहीं मिलती है. शिकायत करने पर उल्टे खिलाड़ियों पर एक्शन होता है.


बता दें कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी महिला रेसलर्स के धरने का संज्ञान लिया है और केंद्रीय खेल मंत्रालय को नोटिस भेजा है. मालीवाल ने सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ तुरंत कार्रवाई किए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि आरोपी सांसद को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. वहीं, विनेश फोगाट और साथी खिलाड़ियों ने फेडरेशन के अध्यक्ष पद से बृजभूषण शरण सिंह को हटाए जाने की मांग की है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मामले में दखल देने की मांग की है. गुरुवार को खेल मंत्रालय की ओर से बृजभूषण शरण सिंह को लेकर कोई अहम फैसला लिया जा सकता है.


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