नई दिल्ली: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा है कि सरकार जल्द ही कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे सकती है. न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि कंपनी ने वैक्सीन के करीब 4 से 5 करोड़ खुराक तैयार किया है.


पूनावाला ने बताया कि ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका टीके को ब्रिटेन में जल्द मंजूरी मिल जाएगी. अगले महीने तक भारत में भी टीके को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि ज्यादातर उत्पादन भारत को मिलेगा. हालांकि, वैश्विक पहल कोवैक्स के तहत कुछ टीकों को अन्य देशों को भी दिया जाएगा.


उन्होंने कहा कि पहले छह माह के दौरान टीकों की कुछ कमी हो सकती है. लेकिन अन्य विनिमिर्ताओं द्वारा आपूर्ति शुरू करने के बाद अगस्त-सितंबर तक चीजें ठीक हो जाएंगी.


ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और एस्ट्राजेनेका मिलकर कोरोना वैक्सीन बना रहा है. ऑक्सफोर्ड ने टीके के लिए भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) से करार किया है.


इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि भारत में कोरोना वायरस की रोकथाम के संभावित टीके को जनवरी में बाजार में उतारने की तैयारियां चल रही हैं. सूत्रों के मुताबिक, भारतीय औषध नियामक की नजर ब्रिटेन के औषध नियामक पर है जो ऑक्सफोर्ड द्वारा निर्मित कोविड-19 के टीके को जल्द मंजूरी दे सकता है.


भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट और फाइजर ने इस महीने की शुरुआत में अपने कोविड-19 टीकों के आपात इस्तेमाल के लिए भारत के औषध महा नियंत्रक (डीसीजीआई) को आवेदन दिया था. फाइजर निर्मित टीके को ब्रिटेन, अमेरिका और बहरीन समेत अनेक देश मंजूरी दे चुके हैं.


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