Indigo Baggage: एशिया की सबसे बड़ी बजट एयरलाइंस इंडिगो अब पैसेंजर्स को झटका देने जा रही है. इंडिगो यात्रियों से चेक-इन सामान के लिए पैसे वसूलने की तैयारी कर रही है. कोविड की मार के बाद अब भारत ट्रैवल मार्केट में रिकवरी के संकेत मिल रहे हैं. ऐसे में प्राइस वॉर फिर से शुरू हो सकता है.


इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड द्वारा संचालित इंडिगो के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने कहा, 'हम इस बारे में सरकार से बात कर रहे हैं. कोई भी फैसला लेने से पहले हम चाहते हैं कि सब कुछ सामान्य हो जाए.' इंडिगो भी गो एयरलाइंस इंडिया लिमिटेड की कतार में शामिल होने जा रही है, जो एयर टिकट्स से इतर यात्रियों से बैगेज चार्ज वसूलने की तैयारी में है.


हालांकि इंडिगो द्वारा टिकट की कीमतों में कटौती करने से मार्केट में दूसरी एयरलाइंस के बीच कॉम्पिटिशन और बढ़ेगा. प्राइस वॉर के कारण कई ऐसी कंपनियां जो कोरोना महामारी से पहले एविएशन मार्केट पर राज करती थीं, उन्हें बिजनेस से बाहर कर दिया है. 


दत्ता ने कहा कि इंडिगो द्वारा पहले की योजना के मुताबिक संस्थागत निवेशकों को शेयर बिक्री के माध्यम से धन जुटाने की "संभावना" नहीं है. भारत ने कोविड से पहले की तरह घरेलू एयरलाइंस को अक्टूबर में 100 प्रतिशत क्षमता के साथ उड़ान भरने की इजाजत दे दी है.


हालांकि 30 नवंबर तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक है. दत्ता ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि तीसरी लहर न होने के कारण हमें अभी इसकी जरूरत है और रेवेन्यू वापस आ रहा है. दत्ता ने कहा कि कंपनी का लंदन जैसे हवाई मार्ग पर सेवाएं देने का कोई इरादा नहीं है, जहां बड़े विमानों की जरूरत होती है. 


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