Indigo Boarding Row: इंडिगो ने इस वजह से दिव्यांग बच्चे को फ्लाइट में सवार होने से रोका, DGCA ने जांच की शुरू
Indigo Boarding Row: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि DGCA इस घटना की जांच कर रहा है और वह उचित कार्रवाई करेगा.
IndiGo Prevented Specially Abled Child: इंडिगो ने एक दिव्यांग बच्चे को रांची हवाई अड्डे (Ranchi Airport) पर विमान में सवार होने से रोक दिया क्योंकि वह ‘‘घबराया’’ हुआ था. इसके बाद उड्डयन नियामक डीजीसीए ने जांच शुरू कर दी है और एयरलाइन से एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है. यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी. अधिकारियों ने कहा कि चूंकि लड़के को शनिवार को एयरलाइन की रांची-हैदराबाद उड़ान में चढ़ने से रोक दिया गया था, उसके माता-पिता ने भी उड़ान में सवार नहीं होने का फैसला किया. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) प्रमुख अरुण कुमार ने मीडिया को बताया कि नियामक ने इस मामले में इंडिगो (IndiGo) से रिपोर्ट मांगी है.
दिव्यांग बच्चे को विमान में सवार होने से रोका
अरुण कुमार ने कहा कि डीजीसीए (DGCA) इस घटना की जांच कर रहा है और वह उचित कार्रवाई करेगा. घटना के बारे में पूछे जाने पर, इंडिगो ने कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए, एक दिव्यांग बच्चा 7 मई को अपने परिवार के साथ उड़ान में सवार नहीं हो सका क्योंकि वह घबराया हुआ था. उसने कहा कि कर्मचारियों ने आखिरी समय तक उसके शांत होने का इंतजार किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उसने कहा कि एयरलाइन ने उन्हें होटल में ठहरने की सुविधा दी और उन्होंने अगली सुबह अपने गंतव्य के लिए उड़ान भरी.
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इंडगो ने मांगी माफी
उधर, विमानन कंपनी इंडगो (IndiGo) ने कहा है कि हमें यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद है. इंडिगो एक समावेशी संगठन होने पर गर्व करता है, चाहे वह कर्मचारियों के लिए हो या उसके ग्राहकों के लिए और 75,000 से अधिक दिव्यांग यात्री हर महीने इंडिगो के साथ उड़ान भरते हैं.
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