Delhi Airport: राजधानी दिल्ली भीषण गर्मी से जूझ रही है. ऐसे में लोगों का बुरा हाल है. इसका असर फ्लाइट की उड़ान पर भी देखने को मिल रहा है. इस दौरान इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उच्च तापमान के कारण अक्सर उड़ानों में देरी हो रही है, जिससे उड़ान संचालन प्रभावित हो रही है. इस मामले पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है और कभी-कभी उड़ानों में देरी होती है या हवा की गति के स्थिर होने का इंतजार करना पड़ता है.
टीओई की रिपोर्ट के मुताबिक, एक घरेलू एयरलाइन के अधिकारी ने बताया कि उच्च तापमान के दौरान हवा पतली हो जाती है, जिससे विमानों को उड़ान भरने के लिए जरूरी लिफ्ट प्रभावित हो जाती है. अक्सर गर्म हवाओं का असर उड़ान भरने और शुरुआती चढ़ाई के दौरान सबसे ज़्यादा देखने को मिलता है और इसके परिणामस्वरूप यात्रियों को बीच एयर टर्बुलेंस शिकायत हो सकती है.
ATC से परमिशन के बाद फ्लाइट भरती है उड़ान
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि जब गर्मी बहुत ज्यादा होती है और वायुमंडल की हवा का घनत्व कम हो जाता है तो वो एयर ट्रैफिक कंट्रोल के दिशानिर्देश का पालन करते हैं. इस दौरान हम एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल (एटीसी) से मंज़ूरी मिलने के बाद ही फ्लाइट उड़ान भरती है. उन्होंने कहा कि कई बार फ्लाइट सेलगेज को कम करके या फ्यूल को कम करके उड़ान का संचालन किया जाता है.
छोटी दूरी के विमानों का एयर कंडीशन नहीं होता जल्दी ठंडा
बीते 17 जून को, दिल्ली और बागडोगरा के बीच इंडिगो की उड़ान 6E 2521 में उच्च जमीनी तापमान के कारण संचालन में बाधा उत्पन्न होने के कारण देरी हुई. उस दौरान विमान में एयर कंडीशनिंग के काम न करने की लगातार शिकायतों के बारे में घरेलू एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बाहर का तापमान इतना ज्यादा होता है कि विमान का एयर कंडीशनिंग सिस्टम छोटी दूरी की उड़ानों में विमान को ठंडा कर नहीं पाता है.
हालांकि, रनवे पर खड़े रहते समय, यह यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बन सकता है. क्योंकि,बाहर के गर्म तापमान के कारण केबिन का तापमान बढ़ सकता है.
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