जकार्ता: इंडोनेशिया के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए अपनी सरकार के चार साल के काम गिनाए. उन्होंने कहा कि दुनिया में देश का मान बढ़ा है. पहले की सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के रूप में उनकी पहली प्राथमिकता देश को भ्रष्टाचार मुक्त कराने, नागरिक केन्द्रित और विकासोन्मुखी बनाना था. इंडोनेशिया की राजधानी स्थित जकार्ता सम्मेलन केन्द्र में पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया.


पीएम मोदी ने कहा, ‘‘ हम कारोबार की सुगमता की दिशा में एक कदम आगे बढ़े हैं. हमारी प्रक्रियाएं पारदर्शी और संवेदनशील हैं.’’ उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान जीवन की सुगमता पर है. उन्होंने कहा, ‘‘हमें नए भारत का निर्माण करना है. 2022 तक नए भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए हमें काम शुरू करना है. जब भारत अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष का जश्न मनाएगा.’’


प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले ढाई साल में भारत में नौ हजार से अधिक स्टार्ट अप रजिस्टर हुए हैं. भारत में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्ट अप पारिस्थितिकी तंत्र निर्मित हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘इंडोनेशिया में रह रहे मेरे मित्रों यह सब हो रहा है. कानून समान हैं. अधिकारी समान हैं. मेज और कुर्सियां समान हैं. केवल सरकार बदली है और देश में बदलाव हो रहा है.’’ उन्होंने कहा कि यदि नीति और नीयत स्पष्ट हो तो विकास हो कर रहता है जो हमने दिखाया है.


इसके साथ ही मोदी ने इंडोनेशिया के नागरिकों के लिए 30 दिनों के निशुल्क वीजा की आज घोषणा. उन्होंने कहा, ‘‘हम इंडोनेशिया के नागरिकों को 30 दिन तक की यात्रा के लिए निशुल्क वीजा प्रदान करेंगे. पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा, ‘‘आप में से कई भारत कभी नहीं आए हैं. मैं आपको अगले वर्ष प्रयाग में कुम्भ के अवसर पर आमंत्रित करता हूं.’’ कुम्भ मेला विश्व का ऐसा विशाल आयोजन है जिसमें सबसे अधिक लोग एकत्र होते हैं.


प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी पहली बार इंडोनेशिया की सरकारी यात्रा पर कल रात जकार्ता पहुंचे थे. उन्होंने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भवनों में से एक मारडेका पैलेस में इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विदोदो से मुलाकात की.