इंदौर: PM मोदी के काफिले में फंसी एंबुलेंस को अफसर ने बाहर निकाला, पूरा शहर दे रहा है शाबाशी
23 तारीख को प्रधानमंत्री शहरी विकास महोत्सव में भाग लेने के लिए इंदौर पहुंचे थे. एयरपोर्ट से नेहरू स्टेडियम जाने के दौरान प्रधानमंत्री के रूट पर एक एम्बुलेंस फंसी हुई थी. लेकिन इंदौर के खजराना के सीएसपी मनोज रत्नाकर ने सूझबूझ से महिला की जान बचाई.
इंदौर: 23 तारीख को प्रधानमंत्री शहरी विकास महोत्सव में भाग लेने के लिए इंदौर पहुंचे थे. एयरपोर्ट से नेहरू स्टेडियम जाने के दौरान प्रधानमंत्री के रूट पर एक एम्बुलेंस फंसी हुई थी. लेकिन इंदौर के खजराना के सीएसपी मनोज रत्नाकर ने सूझबूझ से महिला की जान बचाई.
दरअसल 71 वर्षीय निशा वैद्य नाम की एक बुजुर्ग महिला खाना खाने के बाद बीमार हो गईं और थोड़ी ही देर बाद उन्हें खून की उल्टी होने लगी. हालत बिगड़ती देख उनका देखभाल करने वाली आया ने उनके भाई को फोन किया. थोड़ी देर में महिला के भाई घर पहुंचे और इमरजेंसी देख एंबुलेंस में बुजुर्ग महिला को लेकर मेडी केयर हॉस्पिटल की तरफ निकले. रास्ते में बंगाली चौराहे पर प्रधानमंत्री का रुट लगा होने के कारण सड़क बंद थी. महिला की हालत बिगड़ने लगी. उनके मुंह से खून निकल रहा था और ब्लड प्रेशर बढ़ता जा रहा था.
बंगाली चौराहे पर एंबुलेंस को फंसा देख वहां ड्यूटी पर तैनात खजराना सीएसपी मनोज रत्नाकर आगे आए. उन्होंने एंबुलेंस को सर्विस लेन से जाने को बोला. मामले की संजीदगी को देखते हुए मनोज ने पहले तो सड़क पर दूर तक देखा. कोई गाड़ी ना देखने पर उन्होंने जल्दी से एंबुलेंस को सड़क पार करवाया. मनोज रत्नाकर की सूझबूझ से बुजुर्ग महिला समय पर अस्पताल पहुंच पाई.
इस समय पूरे शहर में मनोज के सूझबूझ की चर्चा है और महिला की जान बचाने के लिए लोग उनका शुक्रिया अदा कर रहे हैं.
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