Bio CNG Mega Plant in Indore: लगातार पांच बार स्वच्छता में नंबर 1 आने वाले इंदौर में अब एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट (Bio CNG Mega Plant) जल्द शुरू होने जा रहा है. इस प्लांट में घरेलू गीले कचरे (Domestic Waste) यानी सब्ज़ी, फल आदि के कचरे से बायो सीएनजी बनाई जाएगी, जिससे सैंकड़ों वाहन चलेंगे. इंदौर से प्रतिदिन 600 टन घर का गीला कचरा निकलता है जिसे नगर निगम डोर टू डोर कलेक्ट कर प्रोसेसिंग के लिए ट्रेन्चिंग ग्राउंड भेजता रहा है. अब इसी कचरे से दिल्ली की कंपनी Ever Enviro Resource Management प्रतिदिन करीब 18 हज़ार किलो बायो सीएनजी (Bio CNG) बनाएगी जो देश का पहला और एशिया का सबसे बड़ा प्लांट होगा.
इंदौर में एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट
एशिया के सबसे बड़े प्लांट से इंदौर नगर निगम (Indore Municipal Corporation) को सालाना करीब ढाई करोड़ की कमाई तो होगी साथ ही 50 फीसदी बायो सीएनजी नगर निगम खुद सस्ती दर पर इस प्लांट से खरीद कर अपनी ढाई सौ सिटी बस चलाएगा. इस प्लांट के लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) को आमंत्रित भी किया है. इस पलांट की लागत 150 करोड़ है. इंदौर नगर निगम की कमिश्नर प्रतिभा पाल (Pratibha Pal) ने बताया कि लगभग 1100 टन कचरा प्रतिदिन निकलता है, जिसमें से करीब 600 टन घर का गीला कचरा निकलता है. इस गीले कचरे का उपयोग करते हुए हमने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर एक बायो सीएनजी प्लांट स्थापित किया है जिसकी क्षमता 550 मीट्रिक टन की रहेगी. जिससे 18 हजार किलो प्रतिदिन बायो सीएनजी बनेगी. साथ ही बचे हुए मलबे से 100 टन खाद बनेगी.
बायो CNG से चलाई जाएंगी सिटी बसें
इसे बनाने वाली कंपनी Indo Enviro Solution Limited को ट्रेन्चिंग ग्राउंड पर ज़मीन दी गई है. जिसके अनुबंध में वे उत्पादित आधी सीएनजी जो कि करीब 9000 किलो हमें बाजार मूल्य से 5 रुपये प्रति किलो सस्ती देंगे, जिससे 250 सिटी बसें चलाई जा सकेगी. साथ ही सालाना ढाई करोड़ रुपए प्रीमियम भी कंपनी नगर निगम को देगी. बायो सीएनजी प्लांट संचालित करने वाली दिल्ली की निजी कंपनी EVER ENVIRO RESOURCE MANAGEMENT के प्लांट हेड नीतीश त्रिपाठी ने बताया कि ये भारत का पहला प्रोजेक्ट है. यहां घरों का ऑर्गेनिक वेस्ट है जिससे 17 हज़ार किलो से ज़्यादा बायो सीएनजी बनाएंगे. अभी ट्रायल रन चालू कर दिया है जिसमें 1500 किलो बायो सीएनजी बन रही है.
जल्द ही शुरू किया जाएगा पूरा प्लांट
जल्द ही पूरा प्लांट शुरू किया जाएगा. आधी सीएनजी इंदौर नगर निगम को सस्ती दरों पर दी जाएगी, बाकी हम बाजार में बेचेंगे. इसके रिटेल दाम बाजार के बराबर ही रहेंगे. इसकी क्वालिटी भारत सरकार की गाइड लाइन अनुसार बेहतर बनाई जाएगी. नगर निगम अनुबंध INDO ENVIRO SOLUTION के नाम पर हुआ है और EVER ENVIRO RESOURCE MANAGEMENT कंपनी के तहत बायो सीएनजी बनाई जा रही है. कंपनी प्रोजेक्ट हेड नीतीश त्रिपाठी ने बताया, 'शहर के 90 वार्ड से छोटी गाड़ियां कचरा कलेक्ट कर 11 ट्रांसफर स्टेशन पर ले जाती हैं जहां से फिर ये ट्रेन्चिंग ग्राउंड प्लांट पर लाया जाता है.
प्लांट पर लाने के बाद इस कचरे को छांट कर अलग किया जाता है, प्योर मटेरियल को अलग कर स्लरी बनाकर इसे बायो गैस बनाने के लिए प्रोसेस करते हैं, 20 से 25 दिन के प्रोसेस में बायो सीएनजी तैयार होती है. तैयार सीएनजी के लिए फिलिंग स्टेशन बनाया गया है जहां से नगर निगम की सिटी बसें सीएनजी ले सकती हैं.'
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