भय्यूजी महाराज के शव पर फूट-फूट कर रोईं पत्नी-बेटी, सुसाइड नोट में सेवक को सौंपा कामकाज और फाइनेंस
भय्यूजी महाराज ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था. महाराज की पत्नी ने कमरे का दरवाजा खटखटाया था. महाराज लहुलूहान हालत में मिले थे. उन्हें फौरन बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इंदौर: अध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज का आज अंतिम संस्कार किया जाना है. कल भय्यूजी महाराज ने इंदौर में अपने घर में गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी. उनका शव फिलहाल अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. लेकिन भैय्यू जी महाराज की खुदकुशी केस में आज नया मोड़ आ गया है. मध्य प्रदेश के डीआईडी ने दावा किया है कि भय्यूजी महाराज सुसाइड नोट में अपने सेवक को कामकाज और फाइनेंस का जिम्मा सौंप कर गए हैं.
सेवक को इतनी बड़ी जिम्मेदारी क्यों?
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने दावा किया है, ‘’जो सुसाइड नोट मिला है, उसके दुसरे पन्ने में सेवक विनायक का जिक्र है. सुसाइड नोट में लिखा हुआ है कि विनायक ही उनके बाद सारे कामकाज और फाइनेंस देखेगा.’’ डीआईजी के इस दावे पर सवाल उठ रहा है कि भरा पूरा परिवार रहते हुए भैय्यूजी ने सेवक को इतनी बड़ी जिम्मेदारी क्यों दी?
लहुलूहान हालत में मिले थे भय्यूजी महाराज
फिलहाल लोग भैय्यूजी के अंतिम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. दोपहर एक बजे सयाजी मुक्ति धाम पर अंतिम संस्कार होगा. भय्यू महाराज ने पिछले साल 49 की उम्र में मध्यप्रदेश के शिवपुरी की डॉ. आयुषी शर्मा के साथ दूसरी शादी की थी. दरअसल उनकी पहली पत्नी माधवी की नवंबर 2015 में मौत होने के बाद बेटी कुहू का ख्याल रखने के लिए ही ये शादी की थी. उनके परिवार में उनकी पत्नी आयुषी और बेटी कुहू हैं.
बताया जा रहा है कि भय्यूजी महाराज ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था. महाराज की पत्नी ने कमरे का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. महाराज लहुलूहान हालत में मिले थे. उन्हें फौरन बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
सुसाइड नोट में किया भारी तनाव का जिक्र
बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार ने करीब दो महीने पहले उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया था. लेकिन उन्होंने इस दर्जे का सरकारी लाभ लेने से इंकार कर दिया था. भय्यू महाराज के घर से छोटी-सी डायरी के पन्ने पर लिखा सुसाइड नोट बरामद किया गया है. इसमें उन्होंने लिखा था, ‘’मैं भारी तनाव से तंग आकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर रहा हूं.’’
उन्होंने ने इस पत्र में यह भी लिखा कि किसी न किसी व्यक्ति को उनके परिवार को जिम्मेदारी उठानी चाहिए. इंदौर के एसएसपी हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा है कि शुरूआती जांच के बाद आइने की तरह साफ हो गया है कि ये आत्महत्या ही है. उनके करीबियों से बातचीत में सामने आया है कि पारिवारिक कलह भी आत्महत्या की बड़ी वजह हो सकती है.