Infected Milk To Students: मरी हुई छिपकली वाला दूध स्कूल के छात्रों को पिलाया, 23 की तबियत बिगड़ी-अस्पताल में भर्ती
Infected Milk To Students: कर्नाटक के स्कूल में छिपकली मरी हुई दूध पिलाया गया है जिसके बाद 23 बच्चे बीमार पड़ गए हैं. इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शिक्षा विभाग ने जांच शुरू की है.
Infected Milk To Students In Karnataka: कर्नाटक के बेलगावी में एक स्कूल के मिड डे मील में छिपकली मिली हुई दूध पीने से कम से कम 23 छात्र बीमार पड़ गए हैं. इसे लेकर स्कूल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
शिक्षा विभाग के अनुसार, गुरुवार (11 जनवरी) सुबह बेलगावी के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में मरी हुई छिपकली वाला दूध पीने के बाद कम से कम 23 छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. शिक्षा विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है.
शिक्षा अधिकारी ने क्या बताया?
हुक्केरी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) प्रभावती पाटिल ने घटना की सूचना मिलने के बाद स्कूल का दौरा किया. उन्होंने कहा, “एहतियाती उपाय के रूप में, हमने दूध पीने वाले सभी बच्चों को संकेश्वर के अस्पताल में पहुंचाया. छात्रों को घबराने से रोकने के लिए, हमने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के कारण के बारे में बताने से परहेज किया."
उन्होंने बताया कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है और किसकी लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ है यह पता लगाया जा रहा है. मामले में जिम्मेदारी तय कर निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे.
स्कूल में पढ़ते हैं 400 छात्र
उल्लागड्डी खानापुर गांव के स्कूल परिसर में कन्नड़, मराठी और उर्दू प्राथमिक विद्यालय हैं, जो सामूहिक रूप से लगभग 400 छात्रों को पढ़ाते हैं. सुबह लगभग 11.30 बजे छात्रों को मिड डे मील में दूध दिया गया था. दूध परोसने वाले एक व्यक्ति को बर्तन के नीचे एक मरी हुई छिपकली मिली.
उसने तुरंत इस बारे में शिक्षकों को बताया. इसके तुरंत बाद उन सभी छात्रों से दूध वापस ले लिए गए जिन्होंने अभी तक इसे पिया नहीं था. प्रभावती पाटिल ने कहा कि 50 से अधिक छात्रों में से 23 ने पहले ही दूषित दूध पी लिया था और बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
प्रधानाध्यापक ने क्या कहा?
घटना को लेकर स्कूल के प्रधानाध्यापक ने कहा कि सूचना मिलने के बाद, हमने तुरंत एक एम्बुलेंस बुलाई और सभी प्रभावित बच्चों को संकेश्वर शहर के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया. वर्तमान में, सभी बच्चे स्वस्थ हैं. बच्चों को दो एम्बुलेंस और कुछ निजी वाहनों में अस्पताल ले जाया गया. बच्चों के मां-बाप भी अस्पताल में मौजूद हैं. शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन के साथ ही दूध आपूर्ति करने वाली एजेंसी को भी नोटिस दिया है.