नई दिल्ली: इलाहाबाद में एंबुलेंस न मिलने पर पुलिस ने एक लाश का तमाशा बना दिया. पुलिस ने लाश को रिक्शे पर रखकर उसे देर तक शहर में घुमाया. इस दौरान लाश का आधे से ज़्यादा हिस्सा रिक्शे से बाहर लटका रहा. इस अमानवीय तमाशे की तस्वीरें जब लोग मोबाइल कैमरे में कैद करने लगे तो रिक्शे के पीछे मोटर साइकिल से चल रहा पुलिस वाला वहां से भाग निकला.


इस मामले में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बचकाना बयान देते हुए कहा है कि इस तरह की गलती करने वाले किसी एक शख्स की वजह से पूरी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाना कतई ठीक नहीं है. उनके मुताबिक़ पिछले कुछ महीनों में डेड बॉडीज के साथ अमानवीय घटनाएं सामने आने के बाद अब सभी सरकारी अस्पतालों में अलग से शव वाहन रखे जाने का जीओ जारी कर दिया गया है.


दरअसल इलाहाबाद के सिविल लाइंस इलाके के वाल्मीकि चौराहे के पास गुरुवार को अधेड़ उम्र के एक व्यक्ति की लाश पाई गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की, लेकिन उसकी शिनाख्त नहीं की जा सकी. पुलिस ने पंचनामा करने के बाद लाश को पोस्टमार्टम हाउस भेजने के लिए एम्बुलेंस के लिए कोशिश की लेकिन किन्ही वजहों से वह नहीं मिल सकी.


बाद में पुलिस ने इस अज्ञात लाश को एक रिक्शे पर लाद दिया. इस दौरान लाश का आधे से ज़्यादा हिस्सा दोनों तरफ रिक्शे से बाहर निकला रहा. झटका लगने पर लाश रिक्शे से नीचे न गिर पड़े, इसलिए रिक्शे में लाश के पास लकड़ी का एक बड़ा टुकड़ा फंसा दिया गया.