हरियाणा: परिवार को एकजुट करने में नाकामयाब रहे अभय चौटाला का सबसे मुश्किल इम्तिहान
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: पार्टी टूटने की वजह से अभय चौटाला के हाथ से नेता विपक्ष का पद भी निकल गया.
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: 2019 का विधानसभा चुनाव इंडियन नेशनल लोकदल के लिए गठन के बाद से सबसे मुश्किल चुनाव है. एक तरफ पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश चौटाला जेबीटी घोटाले में 10 साल की सजा काट रहे हैं, तो दूसरी तरफ परिवार में पड़ी फूट की वजह से दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी का इनेलो में विलय करने से भी इंकार कर दिया है. लोकसभा चुनाव में महज दो फीसदी वोट पाने वाली इंडियन नेशनल लोकदल विधानसभा चुनाव पूर्व नेता विपक्ष अभय चौटाला की अगुवाई में लड़ेगी.
अभय सिंह चौटाला का जन्म फरवरी 1963 में हुआ था. अभय चौटाला हरियाणा के चार बार मुख्यमंत्री रहे ओम प्रकाश चौटाला के छोटे बेटे हैं. अभय चौटाला ने पहली बार साल 2000 में इंडियन नेशनल लोकदल के टिकट पर चुनाव लड़ा था. रोड़ी विधानसभा सीट से अपने पहले चुनाव में अभय चौटाला ने सबसे बड़े अंतर से जीत हासिल की. इसके बाद 2009 और 2014 में अभय चौटाला ऐलनाबाद सीट से विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रहे.
साल 2013 में ओमप्रकाश चौटाला और अजय चौटाला को जेबीटी घोटाले में सजा होने के बाद पार्टी की कमान अभय चौटाला के हाथ में ही है. इंडियन नेशनल लोकदल को 2014 के विधानसभा चुनाव में 19 सीटों पर जीत मिली थी और अभय चौटाला विधानसभा में नेता विपक्ष का पद संभाला.
हालांकि नेता विपक्ष बनने के बाद से अभय चौटाला की पार्टी में फूट की शुरुआत हो गई. दुष्यंत चौटाला और अभय चौटाला के झगड़े की वजह से इनेलो दो हिस्सों में टूट गई. लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद इंडियन नेशनल लोकदल के 10 विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं, जबकि चार विधायक जेजेपी में शामिल हो गए. विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने से पहले पार्टी के पास सिर्फ तीन विधायक बचे.
विलय की कोशिश नहीं हुई कामयाब
लोकसभा चुनाव की करारी हार के बाद अभय चौटाला ने अजय चौटाला के साथ संबंध ठीक करने की कोशिश की. अभय चौटाला ने कहा कि अगर अजय चौटाला उन्हें पार्टी की कमान छोड़ने को कहेंगे तो वह इसके लिए तैयार हैं, लेकिन दुष्यंत ने इनेलो में वापसी से साफ इंकार कर दिया. विधानसभा चुनाव से पहले इनेलो के दिग्गज नेता अशोक अरोड़ा के भी पार्टी का साथ छोड़ने अभय चौटाला को बड़ा झटका लगा है.
खेल संस्थानों में रहे हैं एक्टिव
अभय सिंह चौटाला राजनीति से अलग खेल से जुड़े संस्थानों के सदस्य रहे हैं. अभय चौटाला 1985 में हरियाणा स्टेट वॉलीबॉल एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी बने. इसके बाद 1991 से 2012 तक अभय चौटाला इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रहे. 2012 से 2014 तक अभय चौटाला ओलंपिक एसोशिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पद पर रहे. 2016 से अब तक अभय चौटाला हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं.
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