Indian Navy: आईएनएस विक्रांत पर तैनात होगा 'रोमियो', यूएस से पहुंचा कोच्चि, जानें क्या है इसकी खासियत
INS Vikrant: भारतीय नौसेना के मुताबिक तीसरा रोमियो हेलीकॉप्टर अगले महीने भारत पहुंच जाएगा. जबकि सभी 24 रोमियो हेलीकॉप्टर 2025 तक भारतीय नौसेना को मिलने की उम्मीद है.
Indian Navy: स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) के भारतीय नौसेना (Indian Navy) के जंगी बेड़े में शामिल होने से पहले अमेरिका (USA) ने भारत (India) को तीन एमएच-60 आर यानि रोमियो हेलीकॉप्टर (Romeo Helicopter) की डिलीवरी कर दी है. इनमें से दो रोमिया गुरूवार को कोच्चि पहुंच गए.
भारतीय नौसेना के मुताबिक, तीसरा रोमिया हेलीकॉप्टर भी अगले महीने यानि अगस्त में भारत पहुंच जाएगा. जबकि सभी 24 रोमियो हेलीकॉप्टर 2025 तक भारतीय नौसेना को मिलने की उम्मीद है. रोमिया हेलीकॉप्टर की ये दूसरी खेप है. पहली खेप में भी तीन हेलीकॉप्टर थे. लेकिन वे तीनों हेलीकॉप्टर अमेरिका में ही हैं जहां भारतीय नौसेना के पायलट और दूसरा क्रू अमेरिका नौसेना से ट्रेनिंग ले रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में किया गया था करार?
दरअसल, फरवरी 2020 में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत की यात्रा पर आए थे तब दोनों देशों ने फॉरेन मिलिट्री सेल्स (एफएमएस) के तहत भारतीय नौसेना के लिए 24 मल्टी-मिशन एमएच-60आर हेलीकॉप्टर का करार किया था. भारत ने अमेरिका से ये सौदा 2.6 बिलियन डॉलर यानि करीब 21 हजार करोड़ में किया था.
अमेरिकी कंपनी, लॉकहीड मार्टिन द्वारा तैयार इन मल्टी-मिशन 'एमएच60आर' हेलीकॉप्टर्स को एंटी-सबमरीन और एंटी-सर्फेस (शिप) वॉरफेयर के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा इन रोमियो हेलीकॉप्टर्स को समंदर में सर्च एंड रेस्कयू ऑपरेशन में भी इस्तेमाल किया जाता है.
नौसेना के बेड़े में कब शामिल होगा विक्रांत?
भारतीय नौसेना को इन एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर्स की बेहद जरूरत थी. क्योंकि नौसेना के एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर्स, सीकिंग काफी पुराने पड़ चुके हैं. ये सीकिंग हेलीकॉप्टर एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात हैं. इसके अलावा कोचिन शिपयार्ड में तैयार हो चुके स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत, विक्रांत के लिए भी नौसेना को इन एमएच60आर हेलीकॉप्टर्स की जरूरत है. जल्द ही विक्रांत नौसेना के जंगी बेड़े में शामिल होने जा रहा है.
रोमियो हेलीकॉप्टर की क्या है खासियत?
बेहद ही एडवांस ये अमेरिकी रोमियो हेलीकॉप्टर (Romeo Helicopter) हैलफायर मिसाइल, रॉकेट और टॉरपीडो से लैस हैं और जरूरत पड़ने पर समंदर मे कई सौ मीटर नीचे दुश्मन की पनडुब्बी (Submarine) को तबाह कर सकते हैं. हिंद महासागर (Indian Ocean) में जिस तरह लगातार चीन और पाकिस्तान की पनडुब्बियां भारत के लिए चुनौती बनती जा रही हैं उससे निपटने के लिए भारत को इन रोमियो एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर्स से खासी मदद मिलेगी.
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