पिता को छोड़ने के दरोगा मांग रहा था रिश्वत, सीबीआई ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
आरोपी दरोगा शिकायतकर्ता के पिता के खिलाफ आरपीएफ पुलिस स्टेशन, अकोला में दर्ज मामलों से छुटाने के लिए और उसको पुलिस स्टेशन से ही जमानत देने के लिए 3 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी.
Corruption In India: देश में भ्रष्टाचार करने वालों की खैर नहीं. मंगलवार (14 मार्च) को आरपीएफ पुलिस स्टेशन अकोला महाराष्ट्र से सीबीआई ने आरपीएफ के एक दरोगा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक निरीक्षक मुकेश कुमार मीणा को एक पीड़ित से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने और उसको स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
आरोपी दरोगा शिकायतकर्ता के पिता के खिलाफ आरपीएफ पुलिस स्टेशन, अकोला में दर्ज मामलों से छुटाने के लिए और उसको पुलिस स्टेशन से ही जमानत देने के लिए 3 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी. ऐसे आरोपी के खिलाफ सीबीआई ने जाल बिछाया और रिश्वत की पहली किस्त की मांग करते हुए आरोपी मुकेश कुमार मीणा को रंगे हाथों पकड़ लिया.
अदालत ने आरोपी निरिक्षक को सीबीआई कस्टडी में भेजा
शिकायतकर्ता से एक लाख रुपए रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद आरोपी मुकेश मीणा के कार्यालय और आवासीय परिसरों में तलाशी ली गई थी जिसमें संपत्ति आदि से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए थे. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को अमरावती की अदालत में सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश के सामने पेश किया था और उसे 14 मार्च तक के लिए सीबीआई कस्टडी में भेज दिया था.
सीबीआई के सूत्रों ने बताया, सीबीआई की नागपुर शाखा ने आरपीएफ के निरीक्षक, उसके सहयोगी (जिसके माध्यम से रिश्वत मांगी) और ली गई थी को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया, शिकायतकर्ता के मुताबिक आरोपी अधिकारी ने कथित रूप से पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी जो चोरी का माल खरीदने और उसे अपनी दुकान में बेचने के मामले में नामजद था. सीबीआई अधिकारी ने बताया कि बाद में शिकायतकर्ता और आरोपी के बीच तीन लाख रुपये में बात पूरी हो गई थी. मामले की जानकारी मिलने के बाद सीबीआई ने जाल बिछाकर कार्रवाई को अंजाम दिया.
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