J&K: आतंक पर नजर रखेगी 'तीसरी आंख', मार्केट असोसिएशन्स, बिजनेस इस्टैब्लिशमेंट्स पर 14 दिन में लगाए जाएंगे CCTV
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के लाल चौक इलाके में सीआरपीएफ जवानों पर हुए घातक हमले के ठीक 48 घंटे बाद अधिकारियों ने शहर के सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर 2 सप्ताह के भीतर सीसीटीवी सिस्टम लगाने का आदेश दिया है. ऐसा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा.
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के लाल चौक इलाके में सीआरपीएफ जवानों पर हुए घातक हमले के ठीक 48 घंटे बाद अधिकारियों ने शहर के सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर 2 सप्ताह के भीतर सीसीटीवी सिस्टम लगाने का आदेश दिया है. ऐसा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा.
श्रीनगर के डीएम एजाज असद की ओर से आदेश में कहा गया कि मौजूदा खतरों और विध्वंसक तत्वों की ओर से नागरिकों को निशाना बनाने की घटनाओं के कारण, जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए तकनीक समेत कई उपायों की जरूरत है.
आदेश के अनुसार, 40 मीटर की दूरी तक प्रतिष्ठानों, बाजारों और पार्किंग स्थल के एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स को कवर करने के लिए कैमरे लगाने के लिए कहा गया है.
आदेश में मांग की गई है कि सीसीटीवी सिस्टम हाई क्वॉलिटी के होने चाहिए, जो न केवल स्थानीय पुलिस स्टेशनों को फुटेज देंगे, बल्कि उनके सीसीटीवी सिस्टम में किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट भी करेंगे.
कैसा होना चाहिए सीसीटीवी सिस्टम
- सीसीटीवी सिस्टम 24 घंटे काम करने की स्थिति में हो, भले ही प्रतिष्ठान बंद हो.
- सीसीटीवी प्रणाली अच्छी गुणवत्ता की होनी चाहिए जिसमें 1920 x 1080 का न्यूनतम रिज़ॉल्यूशन हो
- 30 दिनों की अवधारणा अवधि, प्लेबैक के साथ-साथ रिकॉर्डिंग डाउनलोड करने की सुविधा भी हो.
इससे पहले भी हाई लेवल पर कई सुरक्षा समीक्षा बैठकों में सीसीटीवी लगाने पर जोर दिया गया है, लेकिन अब तक इसे जबरदस्ती लागू नहीं किया गया है. लेकिन नए हमलों के बाद प्रशासन ने यह आदेश जारी किए हैं.
जारी आदेश में कई ऐसे व्यावसायिक प्रतिष्ठान हैं, जिनके बाहरी क्षेत्रों को कवर करने के लिए सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए थे और ऐसे में ये हमलों की चपेट में हैं. पुलिस का कहना है कि अपराधियों, असामाजिक और राष्ट्र-विरोधी तत्वों ने पहले भी इन व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया है, जिससे जान-माल का नुकसान हुआ है.
आदेश के मुताबिक, सीसीटीवी लगाने से न केवल क्राइम कंट्रोल में मदद मिलेगी, बल्कि खतरे को रोककर व्यापार, पर्यटन और समाज के समग्र विकास में भी मदद मिलेगी. इससे आतंकवाद भी रुकेगा और सुरक्षा में सुधार होगा.
श्रीनगर के एसएसपी राकेश भलवाल ने मार्च के महीने में दुकानदारों को सिटी सेंटर में ग्रेनेड हमले के बाद अपनी दुकानों के बाहर सीसीटीवी लगाने के लिए कहा था. श्रीनगर शहर में पहले से ही सभी प्रमुख सड़कों और चौराहों पर जम्मू कश्मीर पुलिस के क़रीब 300 हाई रेजॉल्यूशन सीसीटीवी कैमरा लगे हैं, जिन में क़रीब 70 फेस रिकॉग्निशन तकनीक से लैस हैं. लेकिन अंदरूनी सड़कों और छोटी गलियों की दुकानों पर पुलिस के कैमरा नहीं लगे हैं.
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