आसनसोलः कोलकाता के बाद पश्चिम बंगाल में दूसरा सबसे बड़ा शहर, पश्चिम बर्धमान जिले में आसनसोल के इंडस्ट्रियल बेल्ट क्षेत्र में विधानसभा चुनावों में एक तगड़ी चुनावी लड़ाई दिखने की उम्मीद है. आसनसोल दक्षिण सीट पर एक- दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने वाले दो स्टार उम्मीदवार हैं.
आसनसोल दक्षिण से तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने अभिनेत्री सायानी घोष को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने अग्निमित्रा पॉल को उतारा है, जो कि प्रमुख फैशन डिजाइनर और बंगाल भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी हैं. वहीं, सीपीआई (एम) ने प्रशांत घोष को मैदान में उतारा हैं.
सायानी घोष फ़रवरी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी में शामिल हुई थी. जीत का विश्वास लिए सायानी ने कहा की टीएमसी के स्थानीय नेतृत्व उसे दूरदराज के क्षेत्र में पहुंचने में मदद कर रहे हैं.
एकला चोलो, राजकाहिनी जैसी फिल्मों से चर्चित रहीं सायानी
सायानी ने "एकला चोलो, राजकाहिनी" जैसी फिल्मों में अभिनय किया है, वे इस साल जनवरी में सुर्खियों में थी जब त्रिपुरा, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय ने उनपर हिन्दू भावनाओं को ढेस पहुंचाने के खिलाफ FIR दर्ज कराया था.
वे हाल ही में भाजपा के खिलाफ अपनी टिप्पणी और बाद में ट्रोलिंग के कारण चर्चा में रही. सायानी प्रचार के दौरान कहा कि “मैं यहां केवल अपने बारे में बात करुंगी. मेरे विचार बहुत सही हैं और मैंने यह बात यहां के लोगो तक पहुंचाया हैं. ममता बनर्जी ने मुझे इतनी कम उम्र में इतने लोगों तक पहुंचने का मौका दिया है. अगर आगे लोग मुझे मौका देंगे तो मैं उनके लिए काम करुंगी. यहां कोई तुलना नहीं है. बाबुल सुप्रियो ने अपना हिस्सा का काम हैं और मैं अपना काम करुंगी. मुझे पूरी उम्मीद हैं की ममता बनर्जी ही इस बार भी मुख्यमंत्री बनेगी. मेरी लड़ाई मुझसे हैं और इससे बड़ी लड़ाई कोई हो ही नहीं सकती. "
सायानी खुद को बता रहीं ममता का दूत
अभिनेत्री ने कहा कि “मैं बंगाल की संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखना चाहता हूं. मैंने यहां सुबह छात्रों द्वारा एक अद्भुत कार्यक्रम देखा है. वे नए युवाओं के चेहरे हैं. मैं यहां ममता बनर्जी के दूत के रूप में हूं. मैं आप सभी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं.सभी से निवेदन हैं कि कोविड के नियमो का पालन करें”
गांव में प्रचार के दौरान विकास का वादा
प्रचार के दौरान जब वे गांव में गयी और वहाँ के लोगो की तकलीफे जानी, तब उन्होंने कहा “दिलचस्प बात है कि पहली बार गांव में उनके लोगो के बीच मुझे पहुंचने का मौका मिला और वह अवसर मुझे दीदी ने प्रदान किया है. मैं उम्मीद करती हूं कि यहां के लोग यह सुनिश्चित करेंगे कि मैं बार-बार उनसे मिल सकूं. लोगों को अलू-आर चौक का आनंद लेते देखना बहुत अच्छा लगा क्योंकि यह एक ठेठ बंगाली नाश्ता हैं. लेकिन आप इसे ऐसा बना रहे हैं जैसे कि यह अमेरिका से आया हुआ हैं. यहाँ के आलूचॉप कोलकाता में मिलने वाले से बहुत अलग हैं और बहुत स्वादिष्ठ भी”
घोष ने आगे बताया, “इस क्षेत्र में कई समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है और यही कारण है कि मैं यहाँ आई हूँ. उनमें से कई पर गौर किया गया है और अभी बहुत कुछ किया जाना है. ममता बनर्जी ने विकास का वादा किया है और हम यहां उनका संदेश पहुंचाने आये हैं .अगर लोग हम पर भरोसा कर रहे है, तो यह हमारा कर्तव्य है कि हम उस पर खरा उतरें”
अग्निमित्रा पॉल खुद को बता रहीं भूमिकन्या
दूसरी ओर, बीजेपी उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल हैं. अग्निमित्रा पॉल अपने आप को पश्चिम बंगाल की भूमिकन्या बताते हुए कहती हैं की “इस चिलचिलाती धुप और गर्मी में ही मैं बड़ी हुई हूं. बचपन से ही मैंने दिन के खाने में आलू पोस्टो और माछेर झोल खाया हैं और ४.३० बजे करीब आम पन्ना. ऐसे ही मेरी परवरिश हुई हैं और अब मैं इस लू या धूप से डर जाउंगी ? जाकर यह बात दूसरे व्यक्ति को बता दो जो यहां आये हैं,मैं पश्चिम बंगाल की भूमिकन्या हूँ. किसी को मुझे समझने की जरूरत नहीं हैं” जीत का विश्वास लिए पॉल कहती हैं की २ मई को बीजेपी ही यहां विजय जुलुस निकलेगी.
'सोनार बांग्ला' के वादे पर कर रहीं फोकस
पॉल ने कहा कि “हम 'सोनार बांग्ला' बनाने वाले हैं और हर साल हम पोइला बैसाख के दिन यही प्रार्थना करते हैं. मैं प्रधना करती हूँ की पश्चिम बंगाल में अच्छे दिन और उचित सरकार वापस आये ताकि हम एक उचित 'सोनार बांगला' बना सकें, जहां महिलाएँ अपना सिर उठा कर जी सके और युवाओं के पास रोजगार हो. एक ऐसा सुशासन इस राज्य में वापस आ सकता है और हमारे परिवार को वो सब कुछ मिल सकता हैं जिसके वे हकदार हैं और यह भारतीय जनता पार्टी के माध्यम से ही संभव है. इसलिए, आसनसोल और पश्चिम बंगाल के लोगों पर मेरा पूरा विश्वास है कि 2 मई को यह जरूर पूरा होगा, और हम अपना 'सोनार बांग्ला' बना सकें,”
क्रिएटिव होने से अलग तरीके से काम का दावा
अग्निमित्रा पॉल ने कहा “हम क्रिएटिव लोग हैं हमारा दिमाग अलग तरीके से काम करता हैं और यही कारण हैं कि हम इतनी पीड़ा होने के बाद भी सब कुछ इतने अच्छे तरह से संभल रहे हैं. कल ही, मेरे एक भाई की मृत्यु हो गई और उस दर्द के बावजूद मैं यहाँ पोइला बैसाख पर हूँ और अब कुछ भूल कर नए सिरे से शुरू करने की कोशिश कर रही हूँ. हमने बंगाल के लोगो से वादा किया था की हम 'सोनार बांगला ' बनायंगे इसलिए हम प्रतिज्ञाबद्ध हैं और ऐसा ही करेंगे मैं आज ही घोषणा करती हूँ की २ मई को हम अपने जीत का जश्न मनायेंगे”
टीमएसी कार्यकर्ताओं पर लगा हिंसा फैलाने का आरोप
टीमएसी पर निशाना साधते हुए कहा “मैं सुबह से प्रचार कर रहा हूं दीवार में यह कल लिखा गया हैं. आप देख सकते हैं कि तृणमूल के गुंडों ने नाम पर गाय का गोबर लेप दिया हैं. उन्हें लगता है कि इस तरह की गतिविधियों से हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला करना, हमारे सम्मानित उपाध्यक्ष पर हमला करना, हमारी महिला उम्मीदवारों पर हमला करना या हमारे परिवारों पर हमला करना, वे हमें हरा सकते हैं. लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है. 2 मई को, भारतीय जनता पार्टी अपनी नई सरकार बनाएगी. अब बस कुछ और दिनों का इंतजार है. सरकार ने पिछले 10 वर्षों में बंगाल के लोगों के लिए कोई काम नहीं किया है. मैंने फेसबुक लाइव के जरिये इन सब बातो को प्रकाश में लेन की कोशिश की थी”
कोविड के नियमो के पालन का कर रहीं अनुरोध
पॉल ने सभी से कोविड के नियमो के पालन का अनुरोध कर रही हैं. उन्होंने कहा कि “हर कोई कृपया सुरक्षित क्योंकि कुछ बड़ा हासिल करने के लिए, हम सभी को स्वस्थ रहना जरुरी हैं. मैं सिर्फ में शांति चाहती हूँ. पिछले 10 वर्षों और फिर 34 वर्षों से, बंगाल में अशांति का माहौल है और लोग डरे हुए हैं. जो डर का माहौल हमारे सम्मानित मुख्यमंत्री ने बनाने की कोशिश की थी, जिसमे वे असफल रही क्योंकि बंगाल के लोगों ने हमेशा अनोखे तरीके से सोचती हैं,”
कोयला खनन और रेलवे गतिविधियों का केंद्र है यह इलाका
झारखण्ड से सटा यह क्षेत्र अन्य व्यवसाय और उद्योगों के अलावा कोयला खनन और रेलवे गतिविधियों का केंद्र है. आसनसोल में बहु-जातीय, बहु-धार्मिक जनसांख्यिकी के साथ 1984 से सीपीआईएम (एम) की पकड़ देखी गई है. इससे पहले, यह सीपीआई (एम् ) और कांग्रेस के लिए अस्थिर उतार-चढ़ाव की कहानी थी. हालांकि, 1998 से टीएमसी एक जबरदस्त ताकत के रूप में उभरी.
2016 में तृणमूल कांग्रेस का उम्मीदवार हुआ था विजय
2011 में, तापस बनर्जी ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (मार्क्सवादी) के अशोक कुमार मुखर्जी को 28541 वोटों के अंतर से हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी .
2016 में, तृणमूल कांग्रेस के तपस बनर्जी ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (मार्क्सवादी) के हेमंत प्रभाकर को 14,283 मतों के अंतर से हराकर सीट जीती थी. आसनसोल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र आसनसोल लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है.
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