नई दिल्ली: कुमार विश्वास की ये लाइनें 'जबकि हर सांस मेरी,तेरी वजह से है मां, फिर तेरे नाम का दिन एक मुकर्रर क्यूं है',  विश्व हिंदी दिवस के मौके पर सटीक बैठती हैं. आज 10 जनवरी है. इस दिन को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है.  इस दिवस को मनाने की परंपरा अधिक पुरानी नहीं है.


तात्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने वर्ष 2006 में विश्व हिंदी दिवस को मनाने की परंपरा शुरू की थी. तभी से हर साल जनवरी की 10 तारीख को इस दिवस को मनाया जाता है. इस दिवस का मकसद हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार को बढ़ावा देना था.  विश्व हिंदी दिवस पर देश ही नहीं बल्कि दुनिया के हर उस कोने में जहां जहां हिंदी भाषा बोली और लिखी जाती है वहां भी कार्यक्रम और गोष्ठियां आयोजित की जा रही हैं.
सोशली मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म भी विश्व हिंदी दिवस की चर्चा हो रही है.


हिंदी से जुड़ी कई नामचीन हस्तियों ने विश्व हिंदी दिवस अपनी अपनी तरह से बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. सोशल मीडिया पर यूजर्स ने बड़े ही रोचक, मार्मिक और प्रसिद्ध कवियों की कविता और शायरों की शायरी को कोड करते हुए मैसेज किए हैं. वहीं कई राजनेताओं ने भी विश्व हिंदी दिवस पर पोस्ट शेयर की हैं.


विश्व हिंदी दिवस के मौके पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उत्तर प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी शुभकामनाएं दी हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के सरकारी ट्विटर से भी इस दिवस की बधाई दी गई है.


हिंदी की ताकत लगातार बढ़ रही है


डिजिटल युग में हिंदी की ताकत बढ़ी है. दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने भी हिन्दी की लोकप्रियता को देखते हुए, हिन्दी कंटेंट बढ़़ाने कि दिशा में बड़ा कदम उठाया है. वहीं दुनिया की सबसे बड़ी ऑन डिमांड साइट नेटफ्लिक्स ने हाल ही में हिंदी की ताकत को पहचानते हुए देश में हिंदी भाषा के कनटेंट पर तीन हजार करोड़़ रूपये खर्ज करने की योजना बनाई है.