International Nurses Day 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर गुरुवार को कहा कि नर्स हमारी धरती को स्वस्थ बनाए रखने में अहम भूमिका अदा करती हैं. उनका समर्पण और उनकी करुणा अनुकरणीय है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस सबसे चुनौतीपूर्ण दौर में भी असाधारण काम करने के लिए सभी नर्सिंग कर्मियों की एक बार फिर से सराहना करने का दिन है.


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस नर्सिंग समुदाय के प्रति हमारा आभार व्यक्त करने का अवसर है, जिसे मानवता के प्रति उसकी नि:स्वार्थ सेवा के लिए पहचाना जाता है. जीवन और जन स्वास्थ्य की रक्षा के लिए उनकी गहन प्रतिबद्धता प्रशंसनीय है.’’






नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म पर मनाया जाता है 


अंर्तराष्ट्रीय नर्स दिवस की शुरुआत 1947 से हुई थी. नर्स दिवस नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म दिवस यानि आज के दिन 12 मई को मनाते है. फ्लोरेंस नाइटिंगेल के साथ-साथ एक बड़ी समाज सुधारक भी थी. जिस तरह से क्रीमियन युध्द के समय नर्सों ने घायल सैनिकों की देखभाल की है वज काबिले तारीफ ता. इस सेवा के लिए उम्हें लेडी विद द लैंप कहा गया. फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने इसे एक पेशे के रूप में खड़ा किया.  


'लेडी विद द लैंप' के नाम से मिली पहचान 
नाइटिंगेल खुद की परवाह किए बिना मरीजों की निस्वार्थ भाव से सेवा की. उन्हें ट्रिब्यूट देने के लिए हर साल यह दिवस मनाया जाता है. एक मोर्चे पर उन्होंने कई महिलाओं को नर्स की ट्रेनिंग दी तो दूसरी तरफ सैनिकों का इलाज भी किया. इस तरह अपनी सेवा भाव के जरिए विक्टोरियन संस्कृति में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी. उन्हें 'लेडी विद द लैंप' के नाम से पहचान मिली. फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई, 1820 को हुआ था. साल 1965 में इस दिन को पहली बार उत्सव के रूप में मनाया गया था. इस दिन उत्कृष्ट काम करनेवाली नर्सों को पुरस्कृत किया जाता है.


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