Happy Women's Day 2021 LIVE Updates: संसद में महिला दिवस की गूंज, कई महिला सांसदों ने की 50 फीसद आरक्षण की मांग
Happy International Women's Day 2021 LIVE Updates: दुनियाभर में हर साल आठ मार्च को बड़े ही धूम धाम से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने के पीछे का मकसद अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय महिलाओं के प्रति सम्मान जताना है. इस दिन महिलाओं को समाज के प्रति उनके योगदान के लिए सम्मान दिया जाता है. इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ने महिलाओं को शुभकामनाएं दी हैं.
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Happy International Womens Day 2021 LIVE Updates: दुनियाभर में हर साल आठ मार्च को बड़े ही धूम धाम से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने के पीछे का मकसद अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय महिलाओं के प्रति सम्मान जताना है. इस दिन महिलाओं को समाज के प्रति उनके योगदान के लिए सम्मान दिया जाता है. इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ने महिलाओं को शुभकामनाएं दी हैं. इस साल की थीम 'वुमेन इन लीडरशिप: अचिविंग एन इक्वल फ्यूचर इन ए कोविड-19 वर्ल्ड' है.
केन्द्र की तरफ से आज संरक्षित स्मारकों में फ्री एंट्री
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने एक आदेश में कहा कि आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर केन्द्र द्वारा संरक्षित स्मारकों में विदेशी और भारतीय सभी महिला आगंतुकों को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा. एएसआई के तहत केन्द्र द्वारा संरक्षित 3,691 स्मारक आते हैं. आदेश में कहा गया है, एएसआई के महानिदेशक ने निर्देश दिया है कि आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर केन्द्र द्वारा संरक्षित किसी भी स्मारक में महिला आगंतुकों से कोई प्रवेश शुल्क नहीं वसूला जाएगा.
8 मार्च को महिला दिवस मनाने के पीछे वजह
रूस की महिलाओं ने ब्रेड एंड पीस की मांग को लेकर 1917 में हड़ताल की. हड़ताल फरवरी के आखिरी रविवार को शुरू हुई. यह एक ऐतिहासिक हड़ताल थी और जब रूस के जार ने सत्ता छोड़ी तब वहां की अन्तरिम सरकार ने महिलाओं को वोट देने के अधिकार दिया.
रूस में महिलाओं को जिस समय वोट का अधिकार प्राप्त हुआ, उस समय रूस में जुलियन कैलेंडर चलन में था और बाकी दुनिया में ग्रेगेरियन कैलेंडर. इन दोनों की तारीखों में कुछ अन्तर है. जुलियन कैलेंडर के मुताबिक 1917 की फरवरी का आखिरी रविवार 23 फरवरी को था जबकि ग्रेगेरियन कैलैंडर के अनुसार उस दिन 8 मार्च थी. इसीलिए 8 मार्च महिला दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.
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