Basavraj Bommai On Women’s Day: 8 मार्च को पूरी दुनिया में महिला दिवस मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि भविष्य में जब भी ये दिन मनाया जाए तो इसमें पुरुषों को भी शामिल किया जाना चाहिए. उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया और कित्तूर रानी चेन्नम्मा पुरस्कार भी बांटे.
न्यूज वेबसाइट इंडिया टुडे के मुताबिक, इस मौके पर उन्होंने कहा कि पुरुषों का मां से रिश्ता जन्म से पहले से होता है और ये बेहद ही पवित्र बंधन होता है. ये रिश्ता पवित्र है और मानव जाति की निरंतरता के लिए है. उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा पर बात करते हुए कहा कि अगर किसी महिला को परेशानी होती है तो ये उसके पति या बच्चों से होती है. इसलिए लड़कों में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है.
क्या कहा सीएम बोम्मई ने?
कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “संयुक्त राष्ट्र ने सभी देशों की महिलाओं को एकजुट करने, सुरक्षा प्रदान करने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए इस दिन को मनाने का फैसला किया है. इसी निर्णय की याद में और महिलाओं की उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. हालांकि हमारा समाज पुरुष प्रधान है, लेकिन महिलाओं ने बहुत कुछ हासिल किया है और हमारे पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उदाहरण के लिए, कित्तूर चेन्नम्मा ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.”
उन्होंने कहा, "आंगनवाड़ी कार्यकर्ता माताओं की भूमिका निभा रही हैं और उनके धैर्य की सराहना की जानी चाहिए. पिछले साल, उनके मानदेय में 1000 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी और इस साल इसे 1000 रुपये और बढ़ाया जाएगा.”
रोजगार, शिक्षा और सशक्तिकरण तीन मंत्रों को बल देकर सरकार ने शिक्षा में निवेश किया है. बालिकाओं को फ्री में शिक्षा प्रदान की जाती है. अब महिलाएं सभी क्षेत्रों में काम कर रही हैं और यह साबित कर रही हैं कि आत्मविश्वास से कुछ भी हासिल किया जा सकता है.
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