CJI On International Yoga Day: भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी. वाई. चंद्रचूड़ ने शुक्रवार (21 जून) को कहा कि योग शारीरिक व्यायाम और आध्यात्मिकता का मिश्रण है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस संतुलित जीवनशैली बनाए रखने में इसके महत्व को रेखांकित करता है. सीजेआई ने ये भी कहा कि 21 जून एक पर्व है, उत्सव है और व्यक्तिगत व सामाजिक स्तर पर प्रतिबद्धता प्रकट करता है. साथ ही ये एक आदर्श जीवन शैली अपनाने के लिए भी है.


एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के साथी न्यायाधीशों और कर्मचारियों ने 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शीर्ष अदालत परिसर में आयोजित एक विशेष योग सत्र में हिस्सा लिया. इस दौरान विभिन्न प्रकार के प्राणायाम और योगासन किए गए. सीजेआई चंद्रचूड़ ने हिंदी में दिये अपने संबोधन में कहा कि यह उत्सव का दिन है. 


योग दिवस पर सुप्रीम कोर्ट में चलाया गया सफाई अभियान


उन्होंने योग में चार ‘स’- सिद्धांत, समन्वय, सद्भावना और सशक्तीकरण)- के महत्व को रेखांकित किया. डीवाई चंद्रचूड़ ने शाकाहारी (वेगन) होने के अपने अनुभवों के बारे में भी बात की, जिसकी अवधारणा हर जीवित प्राणी के प्रति समान सम्मान दिखाने के सिद्धांत पर आधारित है. इसके साथ ही सीजेआई ने बताया कि वो पिछले 26 सालों से योग कर रहे हैं, जिनमें अनुलोम विलोम, कपाल भाती, तड़ासन और पवन मुक्तासन जैसे आसन शामिल हैं. योग दिवस पर सुप्रीम कोर्ट परिसर में एक विशेष सफाई अभियान भी चलाया गया.


दिव्यांग अधिवक्ता तेजस्वी कुमार शर्मा ने भी किया योग


योगाभ्यास के दौरान तीन बार के अंतरराष्ट्रीय चैंपियन और दिव्यांग अधिवक्ता तेजस्वी कुमार शर्मा ने विभिन्न प्रकार के योगासन किये. बयान में कहा गया है कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की एक टीम ने योगासनों में संगीत की लयकारी वाले कदमतालों को मिलाकर योग फ्यूजन नृत्य का प्रदर्शन किया. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है.


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