Yoga Day Live Updates: बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी किया योग, शेयर की तस्वीर
11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की. इसके बाद 2015 से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनिया भर में मनाया जाता है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रविवार को योग का अभ्यास करने का सुझाव दिया और कहा कि यह शरीर को फिट रखने में और मन को शांत रखने मदद कर सकता है. योग के महत्व का उल्लेख करते हुए कोविंद ने कहा कि प्राचीन योग विज्ञान मानवता को भारत का अमूल्य उपहार है. राष्ट्रपति ने ट्वीट किया कि मुझे प्रसन्नता है कि अधिकाधिक लोग योग को जीवन में अपना रहे हैं. संघर्ष व तनाव के बीच विशेष रूप से कोविड-19 के इस दौर में, शरीर को स्वस्थ व मन को शांत रखने में योगाभ्यास सहायक सिद्ध होगा.
#InternationalYogaDay पर बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी योग किया. उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट योग करते हुए आपनी तसवीर शेयर की है. कहते हैं कि योग दिवस 21 जून को मनाने के पीछे कारण यह है कि यह दिन साल का सबसे लंबा दिन होता है और धरती पर सूर्य ज्यादा समय तक रहा है.
विशेष पर्वतीय बल, आईटीबीपी, लद्दाख के काराकोरम र्दे से लेकर अरुणाचल प्रदेश में जाछेप ला तक भारत-चीन सीमा के 3,488 किलोमीटर की दूरी पर और भारत-चीन सीमा के पश्चिमी, मध्य और पूर्वी क्षेत्रों में 9,000 से 18,800 फीट की ऊंचाई पर बार्डर आउटपोस्ट पर तैनात है. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस साल 2015 से 21 जून को हर साल मनाया जाता है. योग की उत्पत्ति भारत में हुई है और यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक व्यायाम है.
भारत-चीन सीमा पर तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने रविवार को छठे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लद्दाख में बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियों पर 18,800 फीट की ऊंचाई पर योग किया. जवानों ने हिमालय की अलग-अलग ऊचांइयों पर योग किया. जवानों ने सिक्किम हिमालय में 18,800 फीट से लेकर लद्दाख में खारदुंग ला तक 14,000 फीट की ऊंचाई पर और वसुंधरा उत्तराखंड में बद्रीनाथ के पास 14,000 फीट की ऊंचाई पर योग किया.
वैश्विक महामारी कोविड-19 के संकट के बीच भारत समेत पूरे विश्व में छठा 'अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस' मनाया जा रहा है. इस अवसर पर क्या बच्चे, बड़े और क्या बूढ़े सभी योग में दिलचस्पी ले रहे हैं. राजनेताओं ने भी घर पर रहकर योग किया. कोरोना संक्रमण से बचने के लिये सरकार के दिशा-निर्देशों के चलते किसी भी सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि योग, प्राचीन भारतीय ऋषियों की आध्यात्मिक परंपरा का प्रसाद है. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में पूरा विश्व भारत के साथ आत्मीय संवाद कर रहा है.सीएम योगी ने इस मौक पर सभी को शुभकामनाएं दीं. वहीं उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत प्रदेश के तमाम नेताओं ने अपने सरकारी आवास पर रहते हुये विश्व योग दिवस का कार्यक्रम में भाग लिया. यही नहीं उन्होंने घर पर रहकर अलग अलग तरह के योगाभ्यास किये.
अतंर्राष्ट्रीय योग दिवस पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देशवासियों से आज #Internationalyogaday2020 के अवसर पर अपने घरों में,निकट के पार्क में सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन करते हुए योग करने की अपील की थी. मैंने योग किया, क्या आपने योग किया?
अतंर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ योग किया. देश भर में योग को लेकर लोगों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है. कोरोना काल में लोग स्वस्थ रहने के लिए योग का सहारा ले रहे हैं.
#InternationalYogaDay पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि योग हमारे तन, मन, चेतना, मस्तिष्क व आत्मा को ऊर्जा व शक्ति प्रदान करता है. योग स्वयं को बेहतर बनाने का पथ प्रदर्शित करता है. प्रतिस्पर्धा के इस युग में मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य सफलता का महत्वपूर्ण अंग है. योग इस लक्ष्य प्राप्ति का महत्वपूर्ण साधन है.
अंतराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए प्रतिदिन योग करें. आज मैंने नागदा मध्यप्रदेश स्थित निवास स्थान पर योग किया. आप सभी से आग्रह हैं कि आप भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने परिवार के साथ निवास पर हमेशा योग करें.कहते हैं कि योग दिवस 21 जून को मनाने के पीछे कारण यह है कि यह दिन साल का सबसे लंबा दिन होता है और धरती पर सूर्य ज्यादा समय तक रहा है.
#InternationalYogaDay पर उत्तरी सिक्किम में 18,800 फीट की ऊंचाई पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों ने योग किया. देश भर में योग को लेकर लोगों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है. कोरोना काल में लोग स्वस्थ रहने के लिए योग का सहारा ले रहे हैं.
भारत में योगाभ्यास की परंपरा तकरीबन 5000 साल पुरानी है. योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है. इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस मनाया जाता है.
ऐसा माना जाता है कि जब से सभ्यता शुरू हुई है तभी से योग किया जा रहा है. योग के विज्ञान की उत्पत्ति हजारों साल पहले हुई थी, पहले धर्मों या आस्था के जन्म लेने से काफी पहले हुई थी. योग विद्या में शिव को पहले योगी या आदि योगी तथा पहले गुरू या आदि गुरू के रूप में माना जाता है. योग मुख्यतः संस्कृत का शब्द है. इसकी उत्पात्ति ऋग्वेद से हुई है. ऋग्वेद में योगा की व्याख्या करते हुए यह बताया गया है कि वह शक्ति जिससे हम अपने मन, मस्तिष्क और शारीर को एक सूत्र में पिरो सकते हैं वह योग है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई देते हुए कहा कि प्राचीन योग विज्ञान मानवता को भारत का अमूल्य उपहार है. मुझे प्रसन्नता है कि अधिकाधिक लोग योग को जीवन में अपना रहे हैं. संघर्ष व तनाव के बीच, विशेष रूप से कोरोना वायरस के इस दौर में, शरीर को स्वस्थ व मन को शांत रखने में योगाभ्यास सहायक होगा.
‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के मौके पर हरिद्वार में योगाभ्यास करते बाबा रामदेव
‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के मौके पर हरिद्वार में योगाभ्यास करते बाबा रामदेव
‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’पर माइनस तापमान में योगा करते ITBP के जवान
‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’पर माइनस तापमान में योगा करते ITBP के जवान
प्रधानमंत्री ने कहा किगीता में भगवान कृष्ण ने योग की व्याख्या करते हुए कहा है-‘योगः कर्मसु कौशलम्’ अर्थात्, कर्म की कुशलता ही योग है. हमारे यहाँ कहा गया है. युक्त आहार विहारस्य, युक्त चेष्टस्य कर्मसु. युक्त स्वप्ना-व-बोधस्य, योगो भवति दु:खहा।। अर्थात्,
सही खान-पान, सही ढंग से खेल-कूद, सोने-जागने की सही आदतें, और अपने काम, अपनी जिम्मेदारी को सही ढंग से करना ही योग है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद कहते थे- “एक आदर्श व्यक्ति वो है जो नितांत निर्जन में भी क्रियाशील रहता है, और अत्यधिक गतिशीलता में भी सम्पूर्ण शांति का अनुभव करता है”.किसी भी व्यक्ति के लिए ये एक बहुत बड़ी क्षमता होती है.योग का अर्थ ही है- ‘समत्वम् योग उच्यते’ अर्थात, अनुकूलता-प्रतिकूलता, सफलता-विफलता, सुख-संकट, हर परिस्थिति में समान रहने, अडिग रहने का नाम ही योग है.
बैकग्राउंड
नई दिल्लीः कोरोना महामारी के बीच इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा. यह योग दिवस सड़कों और पार्कों में न मनाकर डिजिटल मीडिया के मंचों पर मनाया जाएगा ताकी लोग बड़ी संख्या में न जुट सकें. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम संदेश देंगे.
योग दिवस दुनियाभर में पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया और तबसे हर साल उस दिन को योग दिवस के तौर पर मनाया जाता है लेकिन यह पहला मौका होगा जब इसे डिजिटल तरीके से मनाया जाएगा. बता दें संयुक्त राष्ट्र महासभा में 11 दिसंबर 2014 को घोषणा की गई थी कि हर साल 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया जाएगा.
'घर पर योग और परिवार के साथ योग’
इस साल की योग दिवस की थीम ‘घर पर योग और परिवार के साथ योग’ है और लोग 21 जून को सुबह सात बजे डिजिटल समारोह में शामिल हो पाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि विदेश में भारतीय दूतावास योग का समर्थन करने वाले संस्थानों के साथ ही डिजिटल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. आयुष मंत्रालय ने लेह में बड़ा कार्यक्रम करने की योजना बनाई थी लेकिन महामारी के कारण इसे रद्द कर दिया गया.
आयुष मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मंचों पर मनाया जाएगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से एक संदेश इस दिन का मुख्य अंश रहेगा.
भारत में योगाभ्यास की परंपरा तकरीबन 5000 साल पुरानी
भारत में योगाभ्यास की परंपरा तकरीबन 5000 साल पुरानी है. योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है. इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस मनाया जाता है. कल दुनियाभर में छठा इंटरनेशनल योग दिवस मनाया जाएगा. भारत में इसके लिए तैयारियां चल रही हैं. लोग इंटरनेशनल योग दिवस मनाने से पहले योगा की प्रेक्टिस कर रहे हैं. जगह-जगह ऑनलाइन योग के सेशन करवाए जा रहे हैं.
ऐसा माना जाता है कि जब से सभ्यता शुरू हुई है तभी से योग किया जा रहा है. योग के विज्ञान की उत्पत्ति हजारों साल पहले हुई थी, पहले धर्मों या आस्था के जन्म लेने से काफी पहले हुई थी. योग विद्या में शिव को पहले योगी या आदि योगी तथा पहले गुरू या आदि गुरू के रूप में माना जाता है. योग मुख्यतः संस्कृत का शब्द है. इसकी उत्पात्ति ऋग्वेद से हुई है. ऋग्वेद में योगा की व्याख्या करते हुए यह बताया गया है कि वह शक्ति जिससे हम अपने मन, मस्तिष्क और शारीर को एक सूत्र में पिरो सकते हैं वह योग है.
21 जून को क्यों मनाते हैं योग दिवस
11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की. इसके बाद 2015 से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनिया भर में मनाया जाता है. कहते हैं कि योग दिवस 21 जून को मनाने के पीछे कारण यह है कि यह दिन साल का सबसे लंबा दिन होता है और धरती पर सूर्य ज्यादा समय तक रहा है.
उत्तरी गोलार्ध पर आमतौर पर 20, 21 और 22 जून को सबसे ज्यादा सूर्य की रोशनी पड़ती है. इसी तरह दक्षिण गोलार्ध पर 21, 22 और 23 दिसंबर को सबसे ज्यादा सूर्य की रोशनी पड़ती है. इस तारीख के बाद दिन छोटे होने लगते हैं और गोलार्ध दक्षिण की ओर जाने लगता है जिसे भारतीय संस्कृति में शुभ माना जाता है. सबसे लंबा दिन और दक्षिण गोलार्ध में सूर्य के प्रवेश होने के कारण इसी दिन योग दिवस मनाया जाता है. इसके अलावा भारत में 21 जून ग्रीष्मकालीन संक्रांति का दिन भी होता है.
पहली बार योग दिवस साल 2015 में मनाया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग दिवस मनाने की घोषणा के बाद राजपथ पर पीएम मोदी 35 हजार लोगों का उपस्थिति में योगासन करते हुए योग दिवस मनाया था.
21 June: डिजिटल मंचों पर मनाया जाएगा ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’
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