बब्बर खालसा के आतंकी करणवीर सिंह के खिलाफ इंटरपोल ने जारी किया रेड कॉर्नर नोटिस, क्या है आरोप?
Babbar Khalsa International Terrorist: इंटरपोल ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. करणवीर सिंह पाकिस्तान में छिपा हो सकता है.
Red Corner Notice Against Karanvir Singh: इंटरपोल ने खालिस्तानी आतंकी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल के सदस्य करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. 38 वर्षीय करणवीर सिंह मूल रूप से पंजाब के कपूरथला का रहने वाला है. सूत्रों के मुताबिक, वह पाकिस्तान में मौजूद हो सकता है.
करणवीर सिंह को बब्बर खालसा के आतंकी वाधवा सिंह और हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा का राइट हैंड बताया जाता है. वाधवा और रिंदा के भी पाकिस्तान में छिपे होने का संदेह जताया जाता है.
आरोप है कि वे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के साजिश में लगे हैं. सूत्रों के मुताबिक, करणवीर सिंह पर हत्या, विस्फोटक अधिनियम, टेरर फंडिंग, आर्म्स एक्ट और आतंकी साजिश के मामले दर्ज हैं.
Interpol has issued a Red Corner Notice against Karanvir Singh, a member of the Khalistani terrorist group Babbar Khalsa International. pic.twitter.com/ggtPqb4xBA
— ANI (@ANI) September 25, 2023
रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने पर क्या होता है?
रेड कॉर्नर नोटिस इंटरपोल के सदस्य देशों के कानून प्रवर्तन के लिए एक अनुरोध है, जिसके तहत प्रत्यर्पण, आत्मसमर्पण या इसी तरह की कानूनी प्रक्रिया होने तक किसी व्यक्ति को ढूंढना और अस्थायी रूप से उसे हिरासत में रखने का प्रावधान होता है.
क्या है बब्बर खालसा इंटरनेशनल?
माना जाता है कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल संगठन का गठन 13 अप्रैल 1978 को अमृतसर में हुई झड़पों के बाद हुआ था. झड़पों में दो विरोधी पक्ष अखंड कीर्तनी जत्था और निरंकारी शामिल थे. बब्बर खालसा का मुख्यालय पाकिस्तान के लाहौर में हैं और यह आईएसआई के संरक्षण में संचालित होता है. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, वर्तमान में इस संगठम का नेतृत्व 69 वर्षीय वाधवा सिंह कर रहा है.
बब्बर खालसा इंटरनेशनल सबसे पुराने खालिस्तान समर्थक समूहों में से एक है. इसकी स्थापना अमृतसर के दसुवाल के सुखदेव सिंह बब्बर और कपूरथला के तलविंदर सिंह परमार ने की थी, जो मई 1970 में कनाडा चले गए थे. इसके बाद हत्याओं, पुलिस बलों पर हमलों और सार्वजनिक स्थानों पर बम धमाकों का सिलसिला शुरू हुआ.
पिछले कुछ वर्षों में इस संगठन ने अपना नेटवर्क भारत और पाकिस्तान से लेकर कनाडा, अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के अन्य हिस्सों में फैलाया है. यह इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन जैसे अन्य प्रतिबंधित संगठनों के साथ भी करीबी कोऑर्डिनेशन कर रहा है. इस संगठन को भारत, कनाडा, यूके, ईयू, जापान, मलेशिया और अमेरिका में प्रतिबंधित किया गया है.
बब्बर खालसा के आतंकियों पर NIA ने कसा शिकंजा
बता दें कि बुधवार (20 सितंबर) को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने खालिस्तान समर्थक आतंकियों के खिलाफ एक्शन तेज करते हुए बब्बर खालसा इंटनेशनल के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित किया था. इस संगठन के आतंकी रिंदा और लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा की सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये और बाकी तीन सदस्यों की सूचना मुहैया कराने पर पांच लाख रुपये का इनाम रखा गया है. पांच लाख के इनामी आतंकियों में परमिंदर सिंह खैरा उर्फ पट्टू, सतनाम सिंह उर्फ सतबीर सिंह और यादविंदर सिंह उर्फ यद्दा शामिल हैं.
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