नई दिल्ली: साइबर एक्सपर्ट जितेन जैन ने एक स्टडी की है. स्टडी में सामने आया कि सोशल मीडिया पर इन दिनों कुछ वीडियोज वायरल किए जा रहे हैं.  जिसमें झूठी खबरों की कैंपेनिंग चलाई जा रही है. इन वीडियोज के जरिए विश्वास दिलाया जा रहा है कि मुसलमानों को कोरोना नहीं हो सकता है.


उन्होंने बताया कि सैंकड़ों वीडियोज का कंटेंट ऐसा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग इस्लाम के खिलाफ है. झूठी खबरों की पूरी कैम्पिंग चलाई जा रही है. जिसमें अलग-अलग तरह के दावे किए जा रहे हैं. जिसमें गलत फैक्ट बताए जा रहे हैं. सबसे बड़ा दावा इन वीडियोज के जरिए किया जा रहा है कि चीन की इतनी बड़ी कोरोना महामारी से कोई भी मुस्लिम संक्रमित नहीं हुआ है.


जितेन जैन की स्टडी में एक बड़ा खुलासा हुआ है कि यह सब एक साजिश के तहत हो रहा है. ज्यादातर वीडियोज पाकिस्तान और बाहरी मुल्कों में बैठकर बनाई जा रही हैं. इन वीडियोज में हिंदी भाषा का प्रयोग किया जा रहा है. 1.5 कोरोड़ से ज्यादा लोग अभी तक इन वीडियोज को देख चुके हैं.


वीडियोज को अपलोड करने वाले लोग वीडियो वायरल होते ही अपने अकाउंट को डिलीट कर देते हैंं.  ताकि ओरिजिनल वीडियो कहां से अपलोड की गई है इसको ट्रेस नहीं किया जा सके.


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