नई दिल्लीः BJP को पूर्वोत्तर राज्यों में बढ़ा झटका लगा है. यहां जल्द ही त्रिपुरा ट्राइबल एरियाज ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (TTAADC) के चुनाव होने वाले हैं. जिससे पहले त्रिपुरा में सत्तारूढ़ बीजेपी गठबंधन में शामिल एक दल ने एक नया गठबंधन बना लिया है. यह गठबंधन त्रिपुरा के शाही शख्स प्रद्योत माणिक्य देब बर्मन ने इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) के साथ मिलकर बनाया है.
त्रिपुरा में लगा बीजेपी को झटका
दरअसल त्रिपुरा में त्रिपुरा ट्राइबल एरियाज ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (TTAADC) के चुनाव मूल रूप से पिछले साल 17 मई को होने वाले थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते इसे रोक दिया गया. वहीं अब त्रिपुरा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके प्रद्योत माणिक्य देब बर्मन ने बीजेपी को झटका देते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन की पार्टी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) के साथ मिलकर त्रिपुरा इंडीजीनस पीपुल्स रीजनल अलायंस (TIPRA) को बनाया है.
माणिक्य देब बर्मन के साथ IPFT
अब यह गठबंधन प्रद्योत माणिक्य देब बर्मन की अगुवाई में TTAADC का चुनाव लड़ने जा रहा है. 42 वर्षीय प्रद्योत माणिक्य ने शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि टिपरलैंड राज्य पार्टी और आईपीएफटी (टिपरा) का विलय त्रिपुरा इंडीजीनस पीपुल्स रीजनल अलायंस (TIPRA) में हुआ है.
फिलहाल राज्य की लगभग सभी प्रमुख आदिवासी राजनीतिक दलों ने टीआईपीआरए के साथ गठबंधन का मन बना लिया है. जिससे सत्तारूढ़ बीजेपी को काफी नुकसान होता दिख रहा है. इसके साथ ही कुछ आदिवासी राजनीतिक दलों ने नए संगठन के साथ विलय भी किया है. हालाकि आईपीएफटी ने राज्य में बिप्लब देब के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार का समर्थन वापस नहीं लिया है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं देब बर्मन
बता दें कि प्रद्योत माणिक्य देब बर्मन पहले कांग्रेस के त्रिपुरा प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के मुद्दों पर पार्टी के साथ मतभेदों को लेकर पार्टी को छोड़ दिया था. उन्होंने साल 2019 में कांग्रेस का साथ छोड़ा है. वह त्रिपुरा में स्वदेशी आदिवासी समुदायों के लिए एक अलग राज्य "ग्रेटर टिपरलैंड" की भी मांग कर रहे हैं.
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