नई दिल्ली: आईपीएल में मैच फिक्सिंग के मामले में सीसीटीवी से एक बड़ा सुराग सामने आया है. कानपुर में मैच फिक्सिंग के आरोप में पुलिस ने जिस नयन शाह को गिरफ्तार किया है, वो एक ऐसे शख्स से बात करते दिख रहा है, जिसके बारे में अटकलें लगाई जा रही है कि वो आईपीएल की किसी टीम से जुड़ा शख्स हो सकता है. अब पुलिस उस शख्स की तलाश में जुटी हुई है और अगर वो शख्स वाकई किसी टीम से जुड़ा हुआ निकला तो फिर मैच फिक्सिंग में बड़ा खुलासा हो सकता है.
होटल के सीसीटीवी से मिला बड़ा सुराग
सीसीटीवी में कैद इस शख्स के बारे में अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है, लेकिन खबर मिल रही है कि ये शख्स आईपीएल की किसी टीम से जुड़ा हुआ हो सकता है. नयनशाह और इस शख्स के बीच बातचीत कानपुर के उसी लैंडमार्क होटल में हो रही है जिस होटल में दिल्ली और गुजरात की टीम ठहरी हुई थी. सीसीटीवी में दिख रहा है कि कैसे इनके इशारे पर लैंडमार्क होटल का एक स्टॉफ इनके करीब आता है.
अब पुलिस सीसीटीवी से मिले इन सुरागों को खंगालने में जुटी है. खासकर उस शख्स का पता जुटाने में जुटी है जो फिक्सिंग के मामले में गिरफ्तार नयनशाह से बात कर रहा है.
आपको बता दें कि 10 मई को कानपुर के ग्रीन पार्क मैदान पर गुजरात और दिल्ली के बीच मैच हुआ. हाई स्कोरिंग मैच में गुजरात ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 195 रन बनाए थे लेकिन दिल्ली ने 20 वें ओवर में ये लक्ष्य हासिल कर सबको चौंका दिया था.
नयन शाह फिक्सिंग के आरोप में पहले से गिरफ्तार
इसी मैच में फिक्सिंग के आरोप में पुलिस ने अंडर 17 टीम का हिस्सा रह चुके नयन शाह के साथ दो और सटोरियों को गिरफ्तार किया है. इस पूरे मामले में अब तक किसी खिलाड़ी के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन कानपुर से जिन तीन आरोपियों को पकड़ा गया. उनसे जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जो किसी हाई प्रोफाइल रैकेट की ओर संकेत करती हैं.
- एक आरोपी नयन शाह अंडर 17 टीम का खिलाड़ी रह चुका है.
- दूसरा आरोपी रमेश ग्रीन पार्क स्टेडियम में होर्डिंग लगाने का काम करता था और पिच की रिपोर्ट देता था.
- तीसरा आरोपी विकास चौहान एक लोकल सट्टेबाज है. तीनों ही आरोपी को कानपुर से उस लैंडमार्क होटल से पकड़ा गया जहां आईपीएल टीम के खिलाड़ी ठहरे थे.
- आरोपी नयन शाह की मोबाइल क्लिंपिंग मिली जिसमें वो गुजरात टीम के दो खिलाड़ियों संपर्क में होने का जिक्र कर रहा है.
नयन शाह दावा कर रहा है कि आईपीएल के दो खिलाड़ी उसके संपर्क में हैं. दोनों अगले सात आठ मैच में खेलेंगे और सट्टेबाजों की मदद करेंगे. दूसरी तरफ दो खिलाड़ियों पर फिक्सिंग के शक के बीच बीसीसीआई ने कहा है कि उनकी एंटी करप्शन यूनिट पूरे मामले की जांच कर रही है. इस मैच में फिक्सिंग के शक की वजह ये हैं कि ये तीनों आरोपी... उसी होटल से गिरफ्तार हुए हैं जहां खिलाड़ी भी ठहरे हुए थे.