इकबाल अंसारी ने कहा- कुछ लोग मस्ज़िद पर अब भी राजनीति कर रहे हैं
इसी बीच राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास ने कहा है कि राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट पहले से मौजूद है. इसलिए नया ट्रस्ट बनाने की आवश्यकता नहीं है.
नई दिल्ली: अयोध्या भूमि विवाद में सुप्रीम फ़ैसला आने के बाद भी आरोप प्रत्यारोप का दौर ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद अब हिंदुओं की नज़र जहां मंदिर निर्माण को लेकर गठित होने वाले ट्रस्ट पर है वहीं मुस्लिमों की निगाह उस स्थान पर लगी है जहां कोर्ट के आदेश पर सरकार मुस्लिम समुदाय को 5 एकड़ ज़मीन देने वाली है. कोर्ट के फ़ैसले के बाद मुस्लिमों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात करने पहुंचा तो इस मुलाक़ात को लेकर अयोध्या मामले के मुख्य याचिकाकर्ता रहे इक़बाल अंसारी ने कहा कि इस मामले में अब जब सब शांति से गुज़र गया तब कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं, जो ठीक नहीं है.
'सीएम से मिलने वाले लोग कर रहे हैं राजनीति' अयोध्या मामले के मुख्य मुद्दई रहे इक़बाल अंसारी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद कुछ मुस्लिम राजनीति करने लगे हैं. 2 दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुस्लिम बुद्धिजीवियों की हुई मुलाक़ात का ज़िक्र करते हुए इक़बाल अंसारी ने कहा कि जो लोग इस मामले में न पक्षकार थे और जिनकी इस पूरे मामले में कोई भूमिका नहीं थी, वो आज सीएम से मिलकर राजनीति करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अयोध्या के अधिकारियों से बुलावे पर मिलना चाहेंगे ताक़ि आगे मुस्लिमों का पक्ष उनके सामने रख सकें. इक़बाल अंसारी ने कहा कि 5 एकड़ ज़मीन कहां मिले, इस पर फ़िलहाल वो कुछ नहीं कहना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि अगर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड आगामी 17 नवंबर को होने वाली अपनी बैठक में उन्हें आमंत्रण देगा तो वो उस बैठक में शामिल होने ज़रूर जाएंगे.
नृत्य गोपाल दास ने कहा 'मंदिर न्यास ही बनाएगा'
इसी बीच राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास ने कहा है कि राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट पहले से मौजूद है. इसलिए नया ट्रस्ट बनाने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि श्री राम जन्म भूमि न्यास में ही फेरबदल करके राम मंदिर का निर्माण कराया जाना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंदिर निर्माण के बाबत मुलाक़ात के सवाल पर नृत्य गोपाल दास ने कहा कि वो किसी से मिलने नहीं जाएंगे, जिसको मिलना है वो उनके पास आये. उन्होंने साफ़ कहा कि मंदिर निर्माण का काम न्यास को ही करना है.
'मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड 17 नवंबर को करेगा बैठक'
अयोध्या मामले में मुस्लिमों का आगे का रुख़ क्या होगा, इसपर विचार विमर्श करने के लिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक 17 नवंबर को लखनऊ में होगी. इस बैठक में ज़फरयाब जिलानी, हाजी महबूब समेत बोर्ड के तमाम बड़े नेता शामिल होंगे. इस बैठक में सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद कानूनी पक्षों पर विचार विमर्श किये जाने के अलावा अयोध्या में 5 एकड़ ज़मीन मुस्लिमों को कहां मिले, इसपर सरकार से मांग किये जाने का प्रस्ताव बनाया जा सकता है. ये बैठक 17 नवंबर को सुबह 11 बजे लखनऊ के इस्लामिया कॉलेज में होगी.