Iran Foreign Minister India Visit: पैगम्बर साहब पर पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर नाराजगी जताने के बावजूद अधिकतर इस्लामिक देश भारत के साथ संबधों में तनाव बढ़ाने के मूड में नहीं हैं. मामले को लेकर आधिकारिक तौर पर ऐतराज़ दर्ज कराने के बावजूद ईरान ने अपने विदेश मंत्री की भारत यात्रा को बरकरार रखा है. 



ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान बीती रात नई दिल्ली पहुंचे. तीन दिन के भारत दौरे पर आए ईरानी विदेश मंत्री की बुधवार 8 जून दोपहर भारत के विदेश डॉ एस जयशंकर से मुलाकात होगी. ईरानी विदेश मंत्री दिल्ली के अलावा मुंबई और हैदराबाद भी जाएंगे. उनकी 10 जून की रात को वतन वापसी होगी.


ईराक और लीबिया ने की नुपूर शर्मा की टिप्पणी की निंदा


बता दें, ईराक और लीबिया ने बीजेपी नेता नुपूर शर्मा के पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ की गईं विवादास्पद टिप्पणी की निंदा की. सोमवार को करीब एक दर्जन मुस्लिम देशों ने मामले की निंदा की थी. मामले के तूल पकड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया और पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया गया.


विवादित ट्वीट के संबंध में ईराक की एक संसदीय समिति द्वारा जारी बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय दूतावास के प्रवक्ता ने सोमवार को स्पष्ट किया कि विवादित ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते. ईराक की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईएनए के मुताबिक, ईराक द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि ‘‘ऐसे अपमानजनक शब्दों, द्वेषपूर्ण और शर्मनाक कृत्यों के गंभीर परिणाम होंगे और यदि इन्हें नहीं रोका गया तो लोगों के बीच तनाव बढ़ने के साथ ही शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिए अकल्पनीय नतीजे सामने आ सकते हैं.’’


भारत सरकार सभी धर्मों का पूर्ण सम्मान करती है- भारतीय दूतावास


भारतीय दूतावास ने अपने बयान में कहा, ‘‘हमारी सभ्यतागत विरासत और विविधता में एकता की मजबूत सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप, भारत सरकार सभी धर्मों का पूर्ण सम्मान करती है. अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है.’’वहीं, लीबिया के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा की और सहिष्णुता के मूल्यों को मजबूत करने और हिंसा व घृणा के कृत्यों को नकारने का आह्वान किया. 


बता दें, सोमवार को इंडोनेशिया, सऊदी अरब, मालदीव, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, बहरीन, ओमान और अफगानिस्तान ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी की निंदा की थी. वहीं कतर, ईरान और कुवैत ने रविवार को भारत के राजदूतों को तलब कर विवादास्पद टिप्पणी पर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया था.


यह भी पढ़ें.


CDS बनाने के लिए सरकार ने आर्मी एक्ट में की तब्दीली, जानें-अब किन्हें बनाया जा सकता है चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ?


Delhi Airport: पैरा तैराक को एयरपोर्ट पर व्हीलचेयर के लिए करना पड़ा 90 मिनट इंतजार, एयर इंडिया ने जताया खेद