Israel Iran Conflict: ईरान के इजरायल पर मिसाइल अटैक और इसके बाद इजरायली पीएम नेतन्याहू की तरफ से दी गई धमकी ने पश्चिम एशिया में बड़े युद्ध की दस्तक दे दी है. वहीं, मौजूदा हालात पर पहली बार भारत ने भी प्रतिक्रिया दी है.
पश्चिम एशिया के हालात पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने बातचीत और कूटनीति से मुद्दों को हल करने की अपील की है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “हम पश्चिम एशिया में सुरक्षा स्थिति के बिगड़ने से बहुत चिंतित हैं और सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा का आह्वान दोहराते हैं.
सभी मुद्दों को कूटनीति से हल करने पर जोर
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में आगे कहा है कि यह महत्वपूर्ण है कि संघर्ष व्यापक क्षेत्रीय आयाम न ले ले और हम आग्रह करते हैं कि सभी मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से हल किया जाना चाहिए.
इजरायली दूतावास की सुरक्षा बढाई गई
ईरान की तरफ से इजरायल पर हुए मिसाइल अटैक के बाद बने तनाव की स्थिति में दिल्ली में इजरायली दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अब्दुल कलाम रोड को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस गाड़ियों की सुरक्षा बढ़ाई गई है.
ईरान ने मिडिल ईस्ट को खतरे में डाला- बिट्रेन के पीएम
ईरान के हमले को लेकर ब्रिटेन ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. ब्रिटेन के रक्षा प्रमुख का कहना है कि ब्रिटेन की सेना ने ईरान के मिसाइल हमले को विफल करने में इजराइल की मदद की. एक्स पर लिखते हुए रक्षा सचिव जॉन हीली ने कहा कि ब्रिटिश सेना ने मिडिल ईस्ट में मध्य पूर्व में अपनी भूमिकी निभाई है. प्रधान मंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि ब्रिटेन इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि ईरान ने बहुत लंबे समय से मध्य पूर्व को खतरे में डाल दिया है.
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